रांची: राजधानी के लोगों के लिए इस बार दुर्गा पूजा (Durga Puja in Ranchi) खास होगा. पिछले दो सालों से कोरोना की वजह से पूजा पंडालों की रौनक गायब थी लोकिन, इस बार मां की आराधना के लिए भक्त अभी से पूरे उत्साह के साथ जुटे हुए हैं. राजधानी रांची में इस साल 100 से ज्यादा पूजा पंडाल (Durga Puja Pandal in Ranchi) बनाये जा रहे हैं. जिसमें मायापुर के इस्कॉन मंदिर से लेकर इंद्रधनुष की अनुपम छटा लोगों को खासा आकर्षित करेगी. बंगाल सहित विभिन्न राज्यों से आये कारीगर पूजा पंडाल का निर्माण कर रहे हैं. रात दिन पूजा पंडाल निर्माण में लगे कारीगरों ने दुर्गा पूजा की चतुर्थी तक इसे तैयार करने का लक्ष्य रखा है.
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इस्कॉन मंदिर से लेकर बचपन के खेल तक की मिलेगी झांकी: राजधानी में बन रहे पूजा पंडालों में इस बार इस्कॉन मंदिर से लेकर बचपन के खेल जो आमतौर पर लोग भूलते जा रहे हैं, उसकी झलक देखने को मिलेगी. भारतीय युवक संघ बकरी बाजार की ओर से इस बार मायापुर स्थित विश्व प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर का प्रारूप दिखेगा. इस पूजा पंडाल की चौड़ाई 135 फीट लंबाई 120 और ऊंचाई 100 फीट होगी. मंडप की आकृति बांस आदि से तैयार की गई है.
कैसा होगा हरमू दुर्गा पूजा समिति का पंडाल: बात करें हरमू दुर्गा पूजा समिति की तो इस बार बचपन के वैसे पारंपरिक खेलों को दर्शाया जाएगा, जिसे लोग आधुनिकता की वजह से भूल रहे हैं. इस पूजा पंडाल में बच्चों के पारंपरिक खिलौने लगाए जा रहे हैं, जिसमें गुल्ली डंडा, रस्सी कूद आदि बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाए जाएंगे. निर्माण कार्य में लगे कारीगर प्रसेनजीत की माने तो आज के दौर में बच्चे पब्जी जैसे खेल की तरफ ज्यादा आकर्षित होकर पारंपरिक खेलों को भुला रहे हैं. इसका दुष्परिणाम समाज को किस तरह उठाना पड़ रहा है. पूजा पंडाल के माध्यम से यह लोगों को बताने की कोशिश की जाएगी.
इंद्रधनुष खास तौर पर करेगा आकर्षित: इसी तरह स्टेशन रोड स्थित पूजा पंडाल में लोगों को इंद्रधनुष खासा आकर्षित करेगा. आजादी के अमृत महोत्सव के तर्ज पर इस पूजा पंडाल की थीम दी जा रही है. लगभग 35 लाख की लागत से बन रहे इस पूजा पंडाल के निर्माण कार्य में लगे कारीगरों का मानना है कि दुर्गा पूजा की चतुर्थी तिथि तक पूजा पंडाल को तैयार कर लिया जाएगा.
कोरोना के बाद होगा भव्य आकर्षण: दुर्गा पूजा आने में अब 10 दिन से भी कम समय है लेकिन, राजधानी रांची में इसकी तैयारी कई महीने पहले से जारी है. कोरोना के कारण 2 साल से लोग पूजा पंडालों में नहीं घूम पाए थे, जिसको देखते हुए पूजा समितियों के द्वारा बड़े ही आकर्षक ढंग से पंडालों को सजाया जा रहा है. जिसमें राजस्थानी थीम से लेकर बच्चों के लिए मीना बाजार और झूला कई पूजा पंडालों में आकर्षण का केंद्र रहेगा.