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उत्तर प्रदेश के  शूटआउट में मारे गए शूटरों का रांची कनेक्शन, होटवार जेल के किसी अधिकारी के कत्ल की ली थी सुपारी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिला में मुख्तार अंसारी गैंग के दो शूटर को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया. इन दोनों ने रांची के होटवार जेल के किसी अधिकारी को मारने की सुपारी ली थी.

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Published : Mar 4, 2021, 10:48 AM IST

Updated : Mar 4, 2021, 12:30 PM IST

प्रयागराज,उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिला में एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो हुई. जिसके बाद एसटीएफ की जवाबी फायारिंग में दो शातिर बदमाश मारे गए. इन दोनों बदमाशों के ऊपर इनाम घोषित था. मुठभेड़ में ढेर हुए दोनों बदमाश मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग के शूटर थे. इन दिनों ये दोनों प्रयागराज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा के संपर्क में थे.

जानकारी देते एसटीएफ डीएसपी

इसे भी पढ़ें- जालोरः सांचौर में महेंद्र सिंह धोनी के कार्यक्रम में भगदड़, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

नैनी थाना क्षेत्र के अरैल में हुई मुठभेड़

प्रयागराज के नैनी थाना क्षेत्र के अरैल इलाके में भोर में एसटीएफ प्रयागराज यूनिट दो शूटरों को पकड़ने के लिए पहुंची थी. एसटीएफ को जब इस बात की जानकारी मिली तो दोनों को पकड़ने के लिये उनकी टीम ने घेराबंदी की थी, जिसके बाद बुधवार की आधी रात के बाद दोनों को जाता देखा गया, जैसे ही पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया. दोनों बदमाश यमुना के कछार की तरफ भागने लगे, जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने भी उनका पीछा शुरू किया. एसटीएफ के पीछा करने पर बदमाशों पर उन पर फायर करना शुरू कर दी.

एसटीएफ की टीम ने अपना बचाव करते हुए बदमाशों पर जवाबी फायरिंग की. एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से दोनों बदमाश ढेर हो गए. मारे गये बदमाश पर था 50 हजार का इनाम था. मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाश भदोही जिला के रहने वाले थे, जिनमें से एक का नाम वकील पांडेय उर्फ राजू पांडेय था, जिसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. मृतक बदमाश पर ये इनाम प्रयागराज पुलिस ने ही घोषित किया था. वहीं उसके साथ मुठभेड़ में मारा गया उसका साथी अमजद उर्फ पिंटू था. दोनों ही शातिर किस्म के अपराधी थे. उनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. मुन्ना बजरंगी और मुख्तार गैंग के दोनों शूटर थे.

एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए दोनों ही बदमाश शातिर किस्म के अपराधी थे. दोनों मिलकर मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी गैंग के लिए काम करते थे. मुन्ना बजंरगी की मौत के बाद ये दोनों प्रयागराज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा के संपर्क थे. इन दिनों दिलीप मिश्रा भी जेल में बंद हैं, जिसके बाद इनका संपर्क रांची जेल में बंद शातिर बदमाश अमन सिंह के साथ हो गया. रांची के होटवार जेल के अधिकारी की हत्या करने की सुपारी ली थी.

रांची के जेल अधिकारी को मारने की सुपारी ली थी

मुठभेड़ में मारे गये दोनों बदमाश मुन्ना बजरंगी गैंग के शूटर थे. इन दोनों ने रांची के होटवार जेल के किसी अधिकारी को मारने की सुपारी ली थी. होटवार जेल में बंद अमन सिंह के कहने पर दोनों जेल के अधिकारी को मारने की योजना बना चुके थे. अमन सिंह रांची के कोयला व्यापारी और नेता नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद है, जहां से वह अपना दबदबा कायम करने के लिए किसी जेल अधिकारी को मरवाने की सुपारी इन दोनों को दे चुका था. उसी वारदात को अंजाम देने के लिये दोनों रांची जाने वाले थे. रांची जाने से पहले इन दोनों ने प्रयागराज के किसी नेता या संभ्रांत व्यक्ति को मारने की योजना बनाई थी. उसी को अंजाम देने के बाद दोनों को रांची जाना था.

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वाराणसी में जेलर अनिल त्यागी की हत्या की थी

एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गये दोनों बदमाश प्रोफेशनल हत्यारे थे. एसटीएफ के अफसरों के मुताबिक इन्हीं दोनों ने मिलकर 2013 में वाराणसी में जेलर अनिल त्यागी को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था. दोनों ने पहले से तय योजना के तहत जेलर अनिल त्यागी जब जिम जा रहे थे उस वक्त उन्हें गोली मारी थी. दोनों की तलाश काफी दिनों से एसटीएफ कर रही थी. एसटीएफ की टीम अब इस बता का पता लगा रही है कि इसके साथ के दूसरे लोग कौन हैं. इन्होंने प्रयागराज में किसको मारने की योजना बनाई थी.

प्रयागराज,उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिला में एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो हुई. जिसके बाद एसटीएफ की जवाबी फायारिंग में दो शातिर बदमाश मारे गए. इन दोनों बदमाशों के ऊपर इनाम घोषित था. मुठभेड़ में ढेर हुए दोनों बदमाश मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग के शूटर थे. इन दिनों ये दोनों प्रयागराज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा के संपर्क में थे.

जानकारी देते एसटीएफ डीएसपी

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नैनी थाना क्षेत्र के अरैल में हुई मुठभेड़

प्रयागराज के नैनी थाना क्षेत्र के अरैल इलाके में भोर में एसटीएफ प्रयागराज यूनिट दो शूटरों को पकड़ने के लिए पहुंची थी. एसटीएफ को जब इस बात की जानकारी मिली तो दोनों को पकड़ने के लिये उनकी टीम ने घेराबंदी की थी, जिसके बाद बुधवार की आधी रात के बाद दोनों को जाता देखा गया, जैसे ही पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया. दोनों बदमाश यमुना के कछार की तरफ भागने लगे, जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने भी उनका पीछा शुरू किया. एसटीएफ के पीछा करने पर बदमाशों पर उन पर फायर करना शुरू कर दी.

एसटीएफ की टीम ने अपना बचाव करते हुए बदमाशों पर जवाबी फायरिंग की. एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से दोनों बदमाश ढेर हो गए. मारे गये बदमाश पर था 50 हजार का इनाम था. मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाश भदोही जिला के रहने वाले थे, जिनमें से एक का नाम वकील पांडेय उर्फ राजू पांडेय था, जिसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. मृतक बदमाश पर ये इनाम प्रयागराज पुलिस ने ही घोषित किया था. वहीं उसके साथ मुठभेड़ में मारा गया उसका साथी अमजद उर्फ पिंटू था. दोनों ही शातिर किस्म के अपराधी थे. उनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. मुन्ना बजरंगी और मुख्तार गैंग के दोनों शूटर थे.

एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए दोनों ही बदमाश शातिर किस्म के अपराधी थे. दोनों मिलकर मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी गैंग के लिए काम करते थे. मुन्ना बजंरगी की मौत के बाद ये दोनों प्रयागराज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा के संपर्क थे. इन दिनों दिलीप मिश्रा भी जेल में बंद हैं, जिसके बाद इनका संपर्क रांची जेल में बंद शातिर बदमाश अमन सिंह के साथ हो गया. रांची के होटवार जेल के अधिकारी की हत्या करने की सुपारी ली थी.

रांची के जेल अधिकारी को मारने की सुपारी ली थी

मुठभेड़ में मारे गये दोनों बदमाश मुन्ना बजरंगी गैंग के शूटर थे. इन दोनों ने रांची के होटवार जेल के किसी अधिकारी को मारने की सुपारी ली थी. होटवार जेल में बंद अमन सिंह के कहने पर दोनों जेल के अधिकारी को मारने की योजना बना चुके थे. अमन सिंह रांची के कोयला व्यापारी और नेता नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद है, जहां से वह अपना दबदबा कायम करने के लिए किसी जेल अधिकारी को मरवाने की सुपारी इन दोनों को दे चुका था. उसी वारदात को अंजाम देने के लिये दोनों रांची जाने वाले थे. रांची जाने से पहले इन दोनों ने प्रयागराज के किसी नेता या संभ्रांत व्यक्ति को मारने की योजना बनाई थी. उसी को अंजाम देने के बाद दोनों को रांची जाना था.

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वाराणसी में जेलर अनिल त्यागी की हत्या की थी

एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गये दोनों बदमाश प्रोफेशनल हत्यारे थे. एसटीएफ के अफसरों के मुताबिक इन्हीं दोनों ने मिलकर 2013 में वाराणसी में जेलर अनिल त्यागी को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था. दोनों ने पहले से तय योजना के तहत जेलर अनिल त्यागी जब जिम जा रहे थे उस वक्त उन्हें गोली मारी थी. दोनों की तलाश काफी दिनों से एसटीएफ कर रही थी. एसटीएफ की टीम अब इस बता का पता लगा रही है कि इसके साथ के दूसरे लोग कौन हैं. इन्होंने प्रयागराज में किसको मारने की योजना बनाई थी.

Last Updated : Mar 4, 2021, 12:30 PM IST
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