लातेहार: जिले में मुर्गी पालन की योजना से बड़े पैमाने पर ग्रामीण जुड़ने लगे हैं. कृषि विभाग के द्वारा ग्रामीणों को मुर्गी पालन की बारीकियों की जानकारी देते हुए उन्हें मुर्गी पालन के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
दरअसल लातेहार जिले में मुर्गी पालन का क्रेज नहीं के बराबर था. देसी मुर्गी पालन करने वाले लोगों की संख्या काफी कम थी. फार्म की मुर्गी पालन करने वाले कुछ लोग जरूर थे. परंतु फॉर्म की मुर्गी में ना तो अच्छी कीमत मिल पाती है और ना ही अच्छा मुनाफा हो पाता है. जिले में देसी मुर्गी पालन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कृषि विभाग के द्वारा योजना चलाई गई.
विभाग के द्वारा समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना के तहत मनिका के एजामाड गांव स्थित अपने फार्म हाउस में देसी मुर्गी पालन कर आसपास के ग्रामीणों को भी इसके प्रति जागरूक किया गया. विभाग के द्वारा किए गए मुर्गी पालन से अच्छी आमदनी हुई. जिसे देखकर आसपास के ग्रामीणों ने भी देसी नस्ल की मुर्गी पालन की योजना आरंभ की है. स्थानीय ग्रामीण राजकुमार सिंह ने बताया कि कृषि विभाग के द्वारा चलाई गई योजना से सीख लेकर उन्होंने भी मुर्गी पालन किया, जिससे उन्हें पहली बार में ही अच्छी आमदनी हुई है.
अच्छी कीमत के साथ-साथ अंडा भी मिलता है
इधर इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी अमृतेश कुमार सिंह ने बताया कि लातेहार जिले में मुर्गी पालन की संभावना काफी अधिक है और इससे काफी अच्छी आमदनी भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के द्वारा चलाए गए समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना के तहत उन्नत क्वालिटी का मुर्गी पालन कर ग्रामीणों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि देसी नस्ल की मुर्गी रहने के कारण अंडे भी उपलब्ध हो रहे हैं. इससे ग्रामीणों को दोहरा लाभ हो रहा है. उन्होंने कहा कि कम समय में मुर्गी पालन से अच्छी आमदनी की जा सकती है.
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