रांची: शहर के एक पुलिस वाले की ईमानदारी की चर्चा आज सभी की जुबान पर है. अपनी ड्यूटी को अपना कर्तव्य समझकर निभाने वाले हवालदार जनार्दन मंडल ने चेकिंग के दौरान रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा को ही रोक दिया और बिना ई-पास के उन्हें आगे नहीं जाने दिया. इस दौरान सिविल वर्दी पहने सीनियर एसपी ने हवलदार जनार्दन मंडल से आगे जाने के लिए कई तरह का प्रलोभन दिया, लेकिन जनार्दन टस से मस नहीं हुए.
इसे भी पढे़ं: झारखंड में बन रहा 'कभी खुशी कभी गम' से लेकर 'यहां से वहां तक' का ई-पास, बीजेपी विधायक ने सरकार पर कसा तंज
क्या है पूरा मामला
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा मंगलवार की देर रात शहर का औचक निरीक्षण करने निकले थे. इस दौरान एसएसपी खुद भी सिविल ड्रेस में थे साथ में उनकी पूरी टीम भी सिविल ड्रेस में थी. रात के 10 बजे के करीब सीनियर एसपी रांची से सटे बंगाल सीमा पर औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. राजधानी रांची का मुरी इलाका बंगाल से सटा है. बॉर्डर से कुछ दूर पहले मुरी थाना के हवलदार जनार्दन मंडल सशस्त्र बल के साथ कड़ाई के साथ वाहनों की चेकिंग में लगे हुए थे. बिना पास के जनार्दन मंडल किसी भी वाहन को आगे जाने नहीं दे रहे थे. इसी दौरान रांची एसएसपी सिविल ड्रेस में अपनी निजी गाड़ी से वहां पहुंचे. हवलदार जनार्धन मंडल ने एसएसपी की गाड़ी को भी रोका और ई-पास की मांग की. ई-पास नहीं दिखाने पर उन्हें आगे जाने से रोक दिया. एसएसपी ने इस दौरान कई बार जनार्दन मंडल से आगे जाने की गुहार लगाई, लेकिन जनार्दन मंडल ने साफ-साफ कहा कि वे बिना पास के वाहन यहां से पार नहीं होने देंगे.
पहचान होने पर किया सेल्यूट
थोड़ी देर बाद रांची के सीनियर एसपी ने अपनी पहचान बताई, तब जनार्दन मंडल ने उन्हें सैल्यूट किया, लेकिन सीनियर एसपी जनार्दन मंडल के इस कर्तव्य पालन को देखकर बेहद खुश हुए और मौके पर ही उन्हें 500 रुपये का इनाम दिया. एसएसपी ने जनार्दन मंडल की तारीफ करते हुए उनसे दूसरे पुलिसकर्मियों को सीख लेने की बात भी कही.