रांची: झारखंड में हो रहे सड़क हादसे को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया है. सड़क हादसे में घायल लोगों को बचाने के लिए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी. सभी थानों में मेडिकल किट की व्यवस्था होगी और घायलों को उठाने के लिए स्ट्रेचर रखे जाएंगे. सांस लेने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी की जाएगी.
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हेमंत सोरेन ने कहा कि सड़क हादसे में घायल लोगों को तत्काल इलाज मिले, इसके लिए थाना के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इससे समय रहते घायल को उपचार मिलेगा और लोगों की जान बचाई जा सकेगी. सीएम ने कहा कि सड़क हादसे को कम करने के लिए शहरी क्षेत्र में बीच सड़क पर लगे होर्डिंग को हटाया जाए और येलो ब्लिंकर में साउंड सिस्टम की व्यवस्था की जाए. वाहन चालकों को सावधानी बरतने के लिए जागरुक किया जाए.
सीएम ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वाहन की गति को लेकर भी योजना तैयार करें. वाहनों को स्पीडगन की निगरानी में रखें ताकि अनियंत्रित तरीके से गाड़ी चलाने वालों पर नकेल कसा जा सके. ट्रैफिक पार्क के निर्माण की दिशा में कार्य करें क्योंकि पार्क निर्माण से लोग ट्रैफिक नियमों के पालन के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ ट्रैफिक नियमों का कैसे पालन किया जाए इसको लेकर प्रशिक्षित भी हो पाएंगे. सीएम ने कहा कि हाइवे और रिंग रोड जैसी सड़कों पर लगे साइन बोर्ड पर स्थानीय भाषा का उपयोग करें जिससे राहगीरों को समझने में किसी तरह की परेशानी ना हो.