रांची: झारखंड की राजधानी रांची में रामनवमी त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन अलग-अलग मंदिरों से जुड़े अखाड़ों से पारंपरिक हथियारों के साथ जुलूस निकलता है. जुलूस के आगे महावीरी पताका लहराता है. इसके पीछे ढोल नगाड़े के साथ पारंपरिक हथियार से लैस राम भक्त शक्ति प्रदर्शन करते हैं.
पुलिस की पेट्रोलिंग: अलग-अलग चौक चौराहों पर कोई लाठी भांजता है तो कोई तलवार. इस दौरान रांची के आसपास के गांव के हजारों लोग राजधानी पहुंचते हैं. लेकिन शक्ति के प्रदर्शन के बीच कुछ सिरफिरों की वजह से अमन-चैन में खलल पड़ने की संभावना बनी रहती है. ऐसी मंशा रखने वालों को चेतावनी देने के मकसद से राजधानी के प्रमुख इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस ने सायरन बजाकर पेट्रोलिंग की. जिस चौक चौराहे से पुलिस का कारवां गुजरा वहां सिर्फ पुलिस के सायरन की आवाज गूंजती रही. इस मार्च में बाइक सवार पुलिस के साथ-साथ पीसीआर की गाड़ियां भी शामिल थी.
आपको बता दें कि रामनवमी के दिन रांची की सड़कों पर जन सैलाब उमड़ता है. इस दौरान सांप्रदायिक सौहार्द की झलक भी दिखती है. रांची के तमाम प्रमुख मस्जिदों के सामने मुस्लिम समुदाय के लोग टेंट लगाकर राम भक्तों के लिए पेयजल की विशेष व्यवस्था रखते हैं. चुकी कोरोना की वजह से 2 साल बाद रामनवमी का जुलूस निकलने जा रहा है. लिहाजा इस को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. कोई असामाजिक तत्व अमन चैन न बिगाड़ पाए इसे रोकने के लिए पुलिस ने अपनी तैयारी का रांची की सड़कों पर प्रदर्शन किया.