रांची: राजधानी के अपर बाजार के दवा व्यवसायी मनीष कुमार के गोंदा थाना क्षेत्र स्थित घर में चार लाख नकद सहित 10 लाख की डकैती मामले में पुलिस ने नौ लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की. ये सभी हाल में ही डकैती और लूट की मामले आरोपी हैं और जेल से छूटकर आए हैं.
सभी से हो रही है पूछताछ
पुलिस इन 9 लोगों से अलग-अलग थानों में रखकर पूछताछ कर रही है. इसके अलावा पिछले दस वर्षों के भीतर लूट या डकैती करने वाले 25 अपराधियों की सूची तैयार कर उनकी भूमिका का सत्यापन किया जा रहा है. पुलिस गुरुवार और शुक्रवार की पूरी रात पुलिस काले रंग की कार में बैठे संदिग्ध कांवरियों की तलाश करते रहे. हालांकि, पुलिस का फोकस रांची के लोकल अपराधिक गिरोह पर है.
कॉल डंप कर अपराधियों का पता लगाएगी पुलिस
पुलिस कॉल डंप के सहारे अपराधियों का पता लगाएगी. तकनीकी सेल को घटनास्थल की कॉल डंप करने का निर्देश दिया गया है. पुलिस ने कई ऐसे करीबी और मनीष कुमार के घर आने-जाने वालों की गतिविधियां खंगाल रही है, जिनकी भूमिका संदिग्ध है.
स्केच आर्टिस्ट को स्केच बनाने में हुई दिक्कत
रांची पुलिस अपराधियों की पहचान के लिए स्केच आर्टिस्ट का स्केच तैयार करने की जिम्मेवारी दी है, लेकिन अपराधियों का स्केच बनाने में आर्टिस्ट को काफी दिक्कत हुई. क्योंकि सभी अपराधियों ने मास्क पहन रखा था.
पिस्टल की नोक पर बंधक बना की थी डकैती
पीड़ित व्यवसायी का कहना है कि अपराधी मुख्य गेट की दीवार फांदकर अंदर आए थे. उसके बाद वह बालकनी पर चढ़कर डाइनिंग रूम का दरवाजा तोड़कर घर में घुसे थे. उन्होंने बताया कि घर में घुसते ही अपराधियों ने कर्ण उर्फ चिंटू पर पिस्टल तान दी. इसके बाद पूरे घर वालों को बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया. उन्होंने घर में करीब साढ़े तीन घंटे तक उत्पात मचाया था.
जांच में जुटी पुलिस
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि अपराधियों की तलाश जारी है. लूट डकैती में शामिल अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा.