रांचीः कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान विधि व्यवस्था के साथ-साथ अफवाह और धार्मिक सदभावना बिगाड़ने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पुलिस के लिए चुनौती बन रहे हैं. मंगलवार को राज्य के डीजीपी एमवी राव ने ट्वीट कर कहा कि राज्य में किसी तरह का अफवाह फैलाने या सांप्रदायिक सौहार्द्र खराब करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा. राज्य में लॉकडाउन के बाद 78 एफआईआर दर्ज किए गए हैं, जिसमें 118 आरोपियों में 60 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
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किस जिले में कितने केस
रांची और पलामू में सर्वाधिक नौ केस दर्ज हुए हैं. रांची में पुलिस ने नौ में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं पलामू में 11 में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. देवघर में आठ केस में 9 को आरोपी बनाया गया, जिसमें 5 को जेल भेजा जा चुका है. गढ़वा में 6 केस में 19 लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया, जिसमें सात को गिरफ्तार किया गया. रामगढ़ पुलिस ने पांच मामले में पांच आरोपियों में 4 को गिरफ्तार किया है. जमशेदपुर में चार केस में छह, चाइबासा में दो केस में दो, सरायकेला में तीन केस के तीन, लातेहार के दो केस के छह , हजारीबाग के तीन केस के एक, गिरिडीह के चार केस केचार, धनबाद के पांच केस के चार, बोकारो के तीन केस के एक, दुमका के दो केस में पांच, गोड्डा के चार केस में एक, पाकुड़ के दो केस में तीन आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में साहिबगंज, जामताड़ा, लोहरदगा, खूंटी जिले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. वहीं चतरा, सिमडेगा में पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है.