रांची: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर पूरे देशभर में 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से 24 मार्च रात 8 बजे लॉकडाउन को 14 अप्रैल तक के लिए लागू किया है. उन्होंने इस दौरान सभी को अपने घर में रहने की सलाह दी है. साथ ही सोशल डिस्टेंस बनाकर रहने की सलाह दी है.
उन्होंने कहा है कि यह लॉकडाउन प्रधानमंत्री से लेकर तमाम नागरिकों के लिए लागू होता है. उन्होंने कहा कि जरूरी न हो तो घर से बाहर नहीं निकलें. इसको लेकर स्थानीय प्रशासन अपनी जान को जोखिम में डालकर जनता से लगातार माइक से अनाउंस कर गुजारिश कर रहा है कि वह अपने घर में रहें, लेकिन इसके बावजूद अनावश्यक लोग सड़कों पर इधर-उधर घूम रहे हैं. प्रशासन के द्वारा लोगों को लगातार समझाया जा रहा है, लेकिन वह नहीं मान रहे हैं.
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वहीं, लॉकडाउन के तीसरे दिन ग्रामीण इलाकों में स्थानीय प्रशासन के द्वारा समझा-बुझाकर सबसे पहले घर भेजने का काम किया गया, लेकिन इसके बावजूद लोग नहीं माने तो उनके साथ सख्ती बरती गई. बाइक पर तीन-तीन लोग घूम रहे हैं. इसको लेकर थाना प्रभारी विनोद राम ने कहा कि इस कोरोना महामारी से निपटने का एकमात्र समाधान है कि लोग अपने घरों में रहें औऱ इधर-उधर न घूमें.
वहीं, एएसआई रंजीत सिंह ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में लॉकडाउन का सबसे ज्यादा प्रभाव है. समझदार लोग अपनी समझदारी को दिखा रहे हैं और घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. कुछ ऐसे लोग हैं जो समझाने के बावजूद भी घर से बाहर निकल जाते हैं, उन लोगों से भी लगातार माइक के द्वारा अनाउंस कर निवेदन और अनुरोध किया जा रहा है कि जरूरी न हो तो वह घर से बाहर नहीं निकलें.