रांचीः राजधानी के रिम्स अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही का आलम देखने को मिला. रिम्स के ट्रामा सेंटर (कोविड वार्ड) में मंगलवार की रात अचानक ऑक्सीजन खत्म हो गया और जिस समय ऑक्सीजन खत्म हुआ, उस समय रिम्स के कोविड वार्ड एवं आईसीयू में लगभग 19 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे. जिसमें चार वेंटिलेटर पर थे और अन्य मरीज हाई फ्लो ऑक्सीजन, एनआईवी तथा समान्य ऑक्सीजन स्पोर्ट पर थे.
एक मरीज की हुई मौत
अचानक ऑक्सीजन समाप्त होने से लगभग 12:00 बजे रात्रि को 55 वर्षीय बरियातू निवासी मरीज की मौत हो गई. मृतक मरीज सोमवार को ही गंभीर स्थिति में रिम्स में भर्ती हुए थे.
कई मरीजों की स्थिति गंभीर
ऑक्सीजन समाप्त होने की सूचना मिलते ही ट्रामा सेंटर में अफरा तफरी मच गई. जिसके बाद ट्रामा सेंटर इंचार्ज व कोविड टास्क फोर्स की तत्परता की वजह से 18 मरीजों की जान तो बचा ली गई लेकिन कई मरीजो की स्थिति गंभीर हो गई थी. भर्ती मरीज की खराब हालत को देख आनन-फानन में 10 सिलेंडर ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया और ऑक्सीजन सिलेंडर को प्लांट से जोड़ा गया जिससे अन्य मरीजों की जान बचाई जा सकी. वहीं अपने अपने मरीज की स्थिति को गंभीर देखते हुए परिजन भी ट्रामा सेंटर में हंगामा करने लगे. हंगामा को बढ़ता देख ट्रामा सेंटर के इंचार्ज डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य ने तुरंत ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले एजेंसी से बात की.
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एजेंसी पर फोड़ा लापरवाही का ठीकरा
पूरे मामले की जानकारी रिम्स के अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप को दी गई. जिन्होंने बताया कि यह एजेंसी की बड़ी लापरवाही है. जब प्रतिदिन 40 से 50 सिलेंडर की आपूर्ति की जाती है तो फिर मंगलवार को एजेंसी ने सिलेंडर की आपूर्ति क्यों नहीं की. इसकी जांच कराकर एजेंसी वालों पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.