रांची: सेवा शर्त नियमावली और स्थायीकरण की मांग को लेकर पिछले कई महीनों से आंदोलित पारा शिक्षकों ने एक बार फिर अपने आंदोलन को तेज कर दिया है. इस बार राज्यभर के पारा शिक्षक हरमू मैदान में आमरण अनशन करेंगे. जिसको लेकर सोमवार को सभी पारा शिक्षकों ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय के समीप सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया.
झारखंड सरकार ने कुछ महीने पहले ही लिखित समझौता कर पारा शिक्षकों का आंदोलन समाप्त कराया था. जिसमें 90 दिनों के अंदर नियमावली बनाकर पारा शिक्षकों को स्थायीकरण और उनकी अन्य मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था. लेकिन राज्य सरकार के आश्वासन के कई महिने बीत जाने के बाद भी नियमावली नहीं बनी और ना ही कोई बातें मानी गई. जिससे पारा शिक्षकों में काफी रोष नजर आ रहा है. जिसको लेकर राज्य के हजारों पारा शिक्षक सेवा शर्त नियमावली और स्थायीकरण की मांग को लेकर सोमवार को भाजपा कार्यालय के समझ धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी किए.
आमरण अनशन पर रहेंगे पारा शिक्षक
राज्य के आंदोलित पारा शिक्षकों का कहना है कि विभाग की ओर से यह कहा जाता रहा है कि उनकी अधिकतर मांगें मान ली गई है और नियमावली भी बनकर तैयार है. लेकिन पारा शिक्षकों का कहना है कि अगर नियमावली बनकर तैयार है तो उसे लागू क्यों नहीं किया जा रहा है. इन सभी बातों को लेकर एक बार फिर पारा शिक्षकों का उग्र आंदोलन तेज हो गया है. इस बार पारा शिक्षकों ने हरमू मैदान में आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत लगातार आंदोलन कर पारा शिक्षक सरकार को अपनी परेशानियों और मांगों को लेकर घेरने का काम करेंगे. इसी आंदोलन की शुरूआत सोमवार को पारा शिक्षक बीजेपी कार्यालय के समक्ष जमकर प्रदर्शन किया. जिससे घंटों आवागमन भी बाधित रहा.
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विधानसभा चुवाव में सरकार को सिखाएंगे सबक
बहरहाल, आंदोलित पारा शिक्षकों का कहना है कि अगर राज्य सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेगी तो आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी और सरकार के खिलाफ पारा शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में काम करेंगे और रघुवर सरकार को सबक सिखाएंगे.