रांचीः कांके थाने की पुलिस ने रिवर व्यू गार्डन के मालिक और जमीन माफिया कमलेश को नगड़ी से गिरफ्तार किया है. कमलेश और उसके समर्थक चामा नगड़ी में आदिवासी के जमीन पर कब्जा करने पहुंचे थे. इस दौरान जमीन पर वो जबरन जेसीबी चलवा रहा था. जमीन मालिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नगड़ी से कमलेश के साथ साथ तीन-चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है.
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कमलेश मूल रूप से जमशेदपुर के सीताराम डेरा थाना क्षेत्र के भुईयाडीह का रहने वाला है. रांची में कोकर के चेशायर होम रोड में उसका अपना मकान है. कमलेश पर कांके स्थित लॉ कॉलेज के समीप रिंग रोड के किनारे करीब 25 एकड़ गैरमजरुआ जमीन पर रिवर व्यू प्रोजेक्ट खड़ा करने का आरोप है. फर्जी दस्तावेज के सहारे लॉ कॉलेज और जुमार नदी की 20.59 एकड़ जमीन पर कब्जा किया. कांके के तत्कालीन सीओ के निर्देश पर 27 नवंबर 2020 को कांके अंचल अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई. इसमें लॉ कॉलेज के पीछे जुमार नदी की गैरमजरूआ जमीन और बीएयू की अधिग्रहित जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया गया. मामला तूल पकड़ा, तो जांच एसीबी को सौंपी गई. एसीबी जांच में भी फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई है.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसीबी कर रही जांच
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर एसीबी ने पिछले वर्ष 24 दिसंबर को पीई(प्राइमरी इन्क्वाइरी) दर्ज किया. इसमें कांके अंचल के तत्कालीन अंचलाधिकारी अनिल कुमार, राजस्व कर्मचारी और अन्य कर्मियों की भूमिका की जांच की गई. एसीबी की जांच में अंचलाधिकारी की संलिप्तता मिली है.
सात साल में बनाई अकूत संपत्ति
जमीन माफिया से रिवर व्यू गार्डन के मालिक बने कमलेश ने जमशेदपुर में फोटाेग्राफर से करियर की शुरुआत की. कुछ दिनों बाद वो रांची आ गया. रांची में पुलिस के कुछ अधिकारियों से संपर्क हुआ और पुलिस अधिकारियों के संरक्षण में सरकारी जमीन पर कब्जे का बेरोकटोक खेल शुरू किया. फिर अपने काले कारनामे के खेल में अंचलाधिकारियों को शामिल किया. पुलिस और अंचलाधिकारियों की मिलीभगत से सिर्फ सात साल में अकूत संपत्ति अर्जित की. पुलिस ने बताया कि कमलेश के साथ-साथ कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार कमलेश से पूछताछ की जा रही है.