रांचीः विधानसभा बजट सत्र के 12 वें दिन भी सदन के अंदर सत्ता दल और विपक्ष द्वारा जनता से जुड़े मुद्दे को उठाया गया. सदन के अंदर बालू उठाव और नीलामी के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने का काम किया है.
सदन के अंदर यह कहा गया कि किस तरीके से गरीब लोग 2 हजार रुपए ट्रैक्टर की बालू को 6000 देकर खरीद रहे हैं, लेकिन इस पर सरकार ने कोई भी स्पष्ट नहीं किया है कि कैसे लोगों को सस्ती दरों में बालू मिल सके.
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बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने कहा कि पूरे राज्य में बालू का खेल से तेल निकालने का खेल शुरू हो गया है. आज जनता घर बनाने के लिए 2 हजार रुपये ट्रैक्टर की जगह 6 हजार रुपए देकर ले रही है.
जनता आवास योजना के तहत घर बना रहे हों या फिर अपने पैसे से घर बना रहे हों बालू लेने के लिए लोगों को जद्दोजहद का सामना करना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि सरकार से जब इस मामले पर जवाब मांगा जाता है तो सरकार कुछ भी स्पष्ट नहीं करती है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दीपक बिराआ ने कहा कि यह बात सच है कि कई बालू खदान नीलाम नहीं हुई हैं जिसके कारण जो स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि लोगों को परेशानी ना हो इसको लेकर 2020 में भी स्पष्ट किया था आज भी सदन के अंदर मुख्यमंत्री ने विपक्ष को जवाब देना चाहा लेकिन विपक्ष हंगामा करके मुख्यमंत्री को जवाब तक को नहीं सुनते हैं.