रांचीः जगन्नाथपुर इलाके में जमीन पर कब्जा के विवाद में खूनी संघर्ष हुआ. इस संघर्ष में रविवार की दोपहर पुलिस के सामने ही एक की गला रेतकर और ताबड़तोड़ चाकू गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी गई. घटना के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही. मामला हटिया स्थित हेसाग गांव की 26 डिसमील जमीन विवाद से जुड़ा है. जमीन पर कब्जा के लिए हुए संघर्ष में अलाउद्दीन अंसारी उर्फ बबलू की हत्या कर दी गई. वह हेसाग बस्ती का ही रहने वाला था.
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आक्रोशित भीड़ ने की तोड़फोड़, हंगामा
अलाउद्दीन की हत्या के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए. इसके बाद सड़क पर उतर कर खूब हंगामा किया. आरोपियो के घर में तोड़फोड़ और आगजनी का प्रयास भी किया. आक्रोशित लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. हंगामा बढ़ता देख हेसाग बस्ती में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. पुलिस की ओर से घटना में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया गया. इसके बाद पुलिस ने एक आरोपी मुख्तार को गिरफ्तार कर लिया. अन्य की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया. पुलिस हत्या में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
ऐसे बढ़ा विवाद
मृतक के परिजनों के अनुसार अलाउद्दीन अंसारी की एक जमीन हेसाग बस्ती में 26 डिसमील है. उस जमीन पर मिथुन, मोख्तार, एजाज समेत अन्य रिश्तेदारों ने कब्जा कर रखा है. इसको लेकर अलाउद्दीन और मिथुन, मोख्तार, एजाज समेत अन्य लोगों के बीच विवाद चल रहा था. उसी जमीन से कब्जा हटाने के लिए अलाउद्दीन अपने ससुर जाकिर अंसारी और पुलिस के साथ वहां पहुंच गया. उसने आरोपियों को जमीन से कब्जा हटाने को कहा. इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया. इसी बीच आरोपी मिथुन, मोख्तार, एजाज समेत अन्य लोग अलाउद्दीन और जाकिर पर टूट पड़े. लाठी से दोनों की पिटाई करने लगे. इसी बीच उन लोगों ने अलाउद्दीन पर चाकू से हमला कर दिया. उसका गला रेता और कई बार पेट में चाकू गोद दिया. इससे अलाउद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गया. आनन-फानन में परिजन घायल अलाउद्दीन को रिम्स ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने के बाद जगन्नाथपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स में रखा है. रात हो जाने की वजह से रविवार को पोस्टमार्टम नहीं हो सका.
सुबह से ही चल रही थी गहमा-गहमी
जमीन पर कब्जा को लेकर रविवार सुबह से ही दोनों पक्षों के बीच गहमागहमी चल रही थी। सुबह में भी दोनों पक्षों के बीच मारपीट की घटना हुई थी. हालांकि स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया था. दोपहर में अलाउद्दीन जमीन पर कब्जा करने के लिए पुलिस को लेकर मौके पर पहुंच गया. इसके बाद विवाद बढ़ गया और मारपीट और चाकूबाजी का मामला हुआ.
इनके खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर
अलाउद्दीन अंसारी की हत्या के बाद परिजनों ने 14 लोगों के खिलाफ जगन्नाथपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. आवेदन में मकसूद अंसारी, मोख्तार अंसारी, समसुद्दीन अंसारी, इरफान अंसारी, एजाज अंसारी, रेहान अंसारी, मंजर अंसारी, शमीम अंसारी, रफीक अंसारी, मकसूद आलम, इम्तियाज अंसारी, मैमिना खातून, समीद अंसारी, तैमुन निशा और सलीम अंसारी पर हत्या का आरोप लगाया गया है. आरोपियों के पिता तेजु अंसारी एक बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद है. करीब दो साल से वह जेल में ही है. बताया जा रहा है कि दुष्कर्म की घटना को लेकर भी बस्ती में काफी हंगामा हुआ था. इसके बाद पुलिस ने आरोपी तेजू अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
लंबे समय से चलता आ रहा है विवाद
बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच जमीन पर कब्जा को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. हालांकि कुल 73 में से 26 डिसमील जमीन की डिग्री अलाउद्दीन और उसके परिजनो को मिली है. इसके बावजूद तेजू अंसारी और उसके परिजनों ने उस जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है. इसको लेकर दोनों परिवार के बीच कई बार मारपीट भी हो चुकी है.