रांची: प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल पर यौन शोषण का आरोप लगा है. पीड़िता ने इस बाबत एफआईआर दर्ज करवाई है. अरगोड़ा थाना में दर्ज एफआईआर में पीड़िता ने बताया है कि वो स्कूल में बतौर नर्स काम करती है. जब से वह स्कूल आई तब से ही स्कूल के प्रिंसिपल का उसके प्रति नजरिया ठीक नहीं था. वह हर दिन उसे ब्लड प्रेशर जांच करवाने के बहाने अपने पास बुलाते थे. ब्लड प्रेशर चेक करने के दौरान वे बार-बार मेरे शरीर को छूने की कोशिश करते थे. इस दौरान उसने अपने प्रिंसिपल को डांटा भी लेकिन वह नहीं सुधरे. पीड़िता के अनुसार वह बेहद गरीब घर की है, ऐसे में उसके लिए नौकरी की अहमियत बहुत ज्यादा थी. वह प्रिंसिपल के इस व्यवहार को नजरअंदाज कर लगातार काम करती रही.
व्हाट्सएप पर भेजने लगे अश्लील वीडियो: पीड़िता के अनुसार जैसे-जैसे समय गुजरता गया प्रिंसिपल की हरकतें भी बढ़ती गई. अब वह उसे व्हाट्सएप के माध्यम से अश्लील वीडियो भेजने लगे. वीडियो भेजने के बाद वह उसे कहते थे कि तुम वीडियो देखो तब तुम मेरे साथ संबंध बनाने के लिए कन्विंस हो जाओगी. वह जब भी उनके कमरे में किसी काम के लिए जाती थी तब वह उसे पकड़ कर छेड़छाड़ शुरू कर देते थे.
नौकरी परमानेंट करने का देते थे लालच: पीड़िता के अनुसार साल 2020 में उसे प्रिंसिपल ने गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया और स्कूल की छुट्टी हो जाने के बाद भी अक्सर वहां आने लगे और उसके साथ गंदी गंदी हरकत करने लगे. इस दौरान उन्होंने उसे यह लालच भी दिया कि साल 2020- 2021 में डीएवी ग्रुप का एग्जाम होने वाला है. वह उसे प्रश्नपत्र पहले ही दे देंगे जिसकी वजह से वह पास हो जाएगी और उसकी नौकरी परमानेंट हो जाएगी. किसी भी कीमत पर वह पीड़िता को पाने की इच्छा रखते थे, इसके लिए उन्होंने डीएवी ग्रुप के पेपर्स को भी लीक किया.
रेप का किया प्रयास: पीड़िता के अनुसार हद तो तब हो गई जब वे अचानक एक दिन मेरे कमरे में आ गए और मेरे साथ दुष्कर्म की कोशिश करने लगे. इस दौरान उन्होंने मेरे सारे कपड़े भी फाड़ दिए. जब पीड़िता ने प्रिंसिपल को यह धमकी दी कि अगर उसके साथ कुछ भी गलत हुआ तो वह पुलिस में जाकर कंप्लेन कर देगी. इस पर प्रिंसिपल ने उसे धमकाया और कहा कि उस पर पुलिस विभाग में ऊंचे कॉन्टेक्ट हैं. उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा.
स्कूल में हुआ था जमकर हंगामा: पीड़िता के अनुसार तंग आकर उसने स्कूल के कुछ शिक्षकों को पूरा मामला बताया. जिसके बाद स्कूल के शिक्षकों ने प्रिंसिपल के पास जाकर इसका विरोध किया और उसे जमकर खरी-खोटी सुनाई. लेकिन इसके बावजूद प्रिंसिपल के रवैया में कोई बदलाव नहीं आया.
तंग आकर किया एफआईआर: पीड़िता के अनुसार वह एक गरीब घर की लड़की है. उसी के वेतन से उसका पूरा परिवार चलता है. इसी वजह से वह दो सालों से यह सब सह रही थी, लेकिन जब उसने देखा कि अब पानी सर से ऊपर हो गया है तब वह अरगोड़ा थाने पहुंची और एफआईआर दर्ज करवाई.
सबूत भी उपलब्ध करवाए: प्रिंसिपल के कथित यौन प्रताड़ना से संबंधित कुछ सबूत भी पीड़िता ने पुलिस को दिया है. पीड़िता के अनुसार उसके पास कई वीडियो और ऑडियो क्लिप है, जिसमें आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ सबूत हैं.
स्कूल में नहीं मिले प्रिंसिपल: मामले की जानकारी मिलने पर ईटीवी भारत की टीम ने के प्रिंसिपल से बातचीत करने की कोशिश की. पहले तो उन्होंने कई बार फोन करने के बावजूद फोन नहीं उठाया, स्कूल जाने पर है पता चला कि वह स्कूल में नहीं है.
कई महिला शिक्षकों को बनाया है शिकार: 20 वर्षीय पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल के प्रिंसिपल के द्वारा कई महिला शिक्षकों के साथ यौन शोषण किया गया है, लेकिन सभी नौकरी जाने की वजह से चुप हैं.
जांच में जुटी पुलिस: वहीं मामला दर्ज होने के बाद और अरगोड़ा पुलिस जांच में जुट गई है. मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में जल्द ही स्कूल के प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया जा सकता है.