रांची: बिना मास्क पहने ही एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह के नेतृत्व में टेक्निकल यूनिवर्सिटी का घेराव किया गया. इस दौरान कोरोना के खौफ के कारण ऑफलाइन एग्जाम का विरोध किया गया और ऑनलाइन एग्जाम की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई. गुरुवार से राज्यभर में मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन की ओर से ड्राइव चलाई जा रही है. इसके बावजूद इन छात्रों को ना तो कानून का भय है और ना ही कोरोना महामारी को लेकर कहीं डर ही दिख रहा है.
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ऑनलाइन एग्जाम लेने की मांग के साथ ही झारखंड के बीटेक और डिप्लोमा कॉलेज के विभिन्न परेशानियों को लेकर कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन झारखंड एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने टेक्निकल यूनिवर्सिटी का घेराव किया. इस दौरान यूनिवर्सिटी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई. प्रदर्शन के दौरान नेतृत्व करने वाले एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष ने मास्क पहनना अनिवार्य नहीं समझा, जबकि राज्य सरकार के निर्देश के बाद गुरुवार से जिला प्रशासन की ओर से मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ ड्राइव चलाया जा रहा है, लेकिन छात्रों के बीच जिला प्रशासन के इस कार्रवाई का कोई खौफ नहीं दिख रहा है. प्रधानमंत्री के साथ-साथ सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी लोगों से कोरोना के दूसरे दौर से बचने के लिए मास्क लगाने की अपील की है, लेकिन एनएसयूआई के इस घेराव प्रदर्शन के दौरान खुद छात्र नेता ही इसका उल्लंघन करते नजर आए. बिना मास्क के एनएसयूआई के छात्र नेता कुलपति से भी मुलाकात की और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि यूनिवर्सिटी मनमाने तरीके से विद्यार्थियों को परेशान कर रही है और महामारी के बावजूद ऑफलाइन एग्जाम लिए जाने का निर्णय लिया गया है जिसका विरोध किया जा रहा है.
डीएसपीएमयू का भी हुआ घेराव
डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों ने कुलपति के चेंबर में तालाबंदी की और चेंबर के बाहर धरने पर बैठ गए. कुछ विद्यार्थियों को छोड़ खुद छात्र नेता और कई विद्यार्थी बिना मास्क के ही धरना प्रदर्शन में पहुंच गए. 2014-17 बैच के आंदोलनरत विद्यार्थियों में शामिल रोशन ने बताया कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि के आगामी दीक्षांत समारोह में केवल सत्र 2018, 19 और 20 के विद्यार्थियों को शामिल किया जा रहा है. सत्र 2014-17 बैच के विद्यार्थी मूल रूप से रांची कॉलेज के विद्यार्थी हैं. आंदोलन कर रहे स्टूडेंट्स का कहना है कि विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में शामिल करे. जब इस मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एसएन मुंडा से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल बंद आ रहा है. फिलहाल कुलपति चेंबर के बाहर विद्यार्थी धरना प्रदर्शन पर हैं.
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डीएसपीएमयू में हो रही दीक्षांत समारोह को लेकर तैयारी
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह अप्रैल के अंतिम सप्ताह में होगा. इसके लिए 26 अप्रैल से 30 अप्रैल की तिथि निर्धारित की गई है. दीक्षांत समारोह में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर भारत सरकार के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और कुलाधिपति सह राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को बुलाए जाने पर सहमति बनी है. समारोह के दौरान पीजी के पहले बैच के पास आउट छात्रों को उपाधि भी प्रदान की जाएगी. लगभग 34 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किया जाएगा. वहीं 903 विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएगी.