रांची: झारखंड एनएसयूआई की ओर से शनिवार को नौकरी दो या डिग्री वापस लो मुहिम प्रारंभ की. यह मुहिम एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के आह्नान पर की गई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, राष्ट्रीय संयोजक शारिक अहमद और प्रदेशाध्यक्ष आमिर हाशमी मौजूद रहे.
केंद्र सरकार गंभीर नहीं
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि केंद्र सरकार छात्र विरोधी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों से वादा किया था कि वह हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देंगे और इसमें वो विफल रहे. नौकरी तो दी नहीं, लेकिन केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह बल्कि लाखों लोगों की नौकरी चली गई.
उन्होंने कहा कि कोरोना से पहले ही देश का जीडीपी माइनस में चला गया था. इससे साफ होता है कि रोजगार मुहैया कराना केंद्र सरकार के बस में नहीं है. उन्होंने कहा कि नौकरी दो या डिग्री वापस लो, मुहिम की पहले चरण में शुरुआत हुई है, लेकिन दूसरे चरण में 'काम दो या जेल दो' या तो गद्दी छोड़ दो मुहिम चलाई जाएगी.
छात्र विरोधी है केंद्र सरकार
प्रदेश अध्यक्ष आमिर हाशमी ने कहा कि केंद्र सरकार छात्र विरोधी सरकार है. देश के सभी छात्र-छात्रओं को केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना होगा. एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के आह्नान पर 'नौकरी दो या डिग्री वापस लो' आवाज बुलंद करना होगा. इस मुहिम से ज्यादा से ज्यादा छात्र-छात्रओं को जुड़ना चाहिए, ताकि केंद्र सरकार उनके लिए बेहतर नीति और रोजगार उपलब्ध कराने को बाध्य हो.