नई दिल्ली: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे बुधवार को सदन में तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा पर जमकर बरसे. उन्होंने महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक्शन लेने और उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग की. निशिकांत ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को संविधान पर भरोसा नहीं है और वह इसे खत्म कर देना चाहती है.
निशिकांत दुबे ने कहा कि 1973 में तीन जज को बायपास करके एएन रॉय को चीफ जस्टिस बनाया गया था. उस वक्त कभी अटल जी, आडवाणी जी और सोमनाथ चटर्जी ने ऐसा भाषण नहीं दिया था. प्रधानमंत्री ने यह काम किया था और हम चाहते तो इंदिरा गांधी पर चर्चा कर सकते थे. लेकिन, हमने इस तरह की चर्चा नहीं की.
भाजपा सांसद ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस की मानसिकता ही खराब है. तृणमूल के लोग भारत का संविधान खत्म कर देना चाहते हैं. निशिकांत ने आठवीं कक्षा में पढ़ाए जाने वाले इतिहास का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि खुदीराम बोसे और पीसी चाको देवघर में बम विस्फोट में मरे थे. तृणमूल के लोग उन्हें आतंकी कहते हैं, जिन्हें अपने स्वतंत्रता सेनानी पर भरोसा नहीं, संविधान पर भरोसा नहीं और संसद पर भरोसा नहीं, ऐसे लोग तृणमूल कांग्रेस के हैं.
यह भी पढ़ें: धनबाद के प्रेमचंद ने आपदा को अवसर में बदला, नौकरी छूटी तो फूलों की खेती से बदली तकदीर
बता दें कि मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने सदन में चीफ जस्टिस पर टिप्पणी की थी. इसको लेकर भाजपा नेताओं ने जमकर आलोचना की है.