रांचीः एनआईए ने विदेशी हथियारों की बरामदगी मामले में पीएलएफआई के सात नक्सलियों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है. एनआईए दिल्ली की टीम ने पहली पूरक चार्जशीट में चतरा के गुलाब कुमार यादव, रवि यादव, राकेश कुमार पासवान, पवन कुमार यादव, संतोष यादव उर्फ टाइगर, सुरेश यादव और परमजीत मोची उर्फ सोनू मोची को आरोपी बनाया है. सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी, 384, 385, 386 यूएपीए एक्ट, 17 सीएलए आर्म्स एक्ट के तहत किया गया है.
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क्या है पूरा मामला
साल 2018 में लातेहार जिले के बालूमाथ के तितरा महुआ जंगल में पीएलएफआई के नक्सलियों का जुटान हुआ था. मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी. पुलिस को देखकर नक्सलियों में अफरा-तफरी मच गई और वह भागने लगे लेकिन पुलिस ने पीछा कर, मौके से चार पीएलएफआई के नक्सलियों को धर दबोचा था. नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने विदेशी हथियार और कारतूस बरामद किए थे. बरामद हथियारों में अमेरिकन मेड राइफल शामिल था. विदेशी हथियार बरामद होने के बाद इस मामले को 26 फरवरी 2019 को एनआईए ने टेकओवर किया था.
परमजीत उर्फ सोनू मोची फरार
एनआईए ने जांच के बाद इस मामले में जिन सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट किया था उसमें से छह अभी जेल में है. जबकि परमजीत उर्फ सोनू मोची फरार है. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में जिक्र किया है कि पीएलएफआई ने सरकारी विकास योजना में लगे ठेकेदारों और ट्रांसपोर्टरों से लेवी को तौर पर काफी रकम की उगाही की थी. इस रकम के जरिए ही विदेशी हथियार और कारतूस की खरीद नक्सलियों की ओर से की गई थी. विदेशी हथियारों का इस्तेमाल कर लगातार ठेकेदारों और ट्रांसपोर्टरों को नक्सलियों की ओर से धमकाया गया. मोटी रकम मिलने के बाद नक्सलियों ने अपने परिजनों के नाम पर अचल संपत्ति भी अर्जित की. पूरे मामले में संपत्ति समेत अन्य पहलुओं पर भी एनआईए अपनी जांच जारी रखेगी.