रांची: एनआईए की टीम ने खूंटी से अब्राहम तूती नाम के विस्फोटक सप्लायर को गिरफ्तार (NIA arrests Abraham Tuti from Khunti) किया है. एनआईए ने अपनी जांच के दौरान यह पाया था कि अब्राहम तुती नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति करता था और सीपीआई (माओवादी) के सदस्यों को एक ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में अन्य रसद सहायता प्रदान करता था. मामले में आगे की जांच जारी है.
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क्या है पूरा मामला: भाकपा माओवादियों के जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक (वर्तमान में सरेंडर कर चुका है) के दस्ते ने सरायकेला-खरसावां के कुकरूहाट बाजार में 14 जून 2019 को पुलिस बलों पर हमला कर दिया था. पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी पर किए गए अचानक हमले में पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद माओवादी दस्ते ने दो पिस्टल, 70 राउंड गोली, तीन इंसास राइफल और उसकी 550 राउंड गोली, 10 मैगजीन, मोबाइल फोन, वायरलेस सेट समेत अन्य चीजों की लूट को अंजाम दिया था. मामले में तब पुलिस ने तिरूलडीह थाने में एफआईआर दर्ज की थी.
एनआईए ने किया था केस टेकओवर: 9 दिसंबर 2020 को एनआईए ने केस को टेकओवर किया था. इस मामले में एनआईए ने 14 माओवादी और माओवादी समर्थकों को नामजद आरोपी बनाया था. एनआईए ने मामले में झारखंड पुलिस के एक करोड़ के इनामी केंद्रीय कमिटी सदस्य पतिराम मांझी उर्फ अनल, 15 लाख के इनामी महाराज प्रामाणिक (सरेंडर कर चुके), 10 लाख के इनामी अमित मुंडा, झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर कर चुके माओवादी बोयदा पाहन, सुनील टुडू, बुधराम मार्डी, श्रीराम मांझी, नरेश लोहार, आलमगीर अंसारी, लखन सरदार, जोसफ पूर्ति, तबारक अंसारी, मंगल टोपनो, सोयना सिंह सरदार, जितराय मुंडा, राकेश मुंडा, नैना के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है. पांच पुलिसवालों की हत्या के बाद केस का प्राथमिक अनुसंधान झारखंड पुलिस ने किया था. हालांकि गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने बाद में केस टेकओवर कर लिया था.