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झारखंड के स्कूलों में नई शिक्षा नीति लागू करने की तैयारी, नए सत्र से दो टर्म में होगी परीक्षा

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Published : Apr 30, 2022, 2:30 PM IST

झारखंड के स्कूलों में नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए शिक्षा विभाग तैयारियों में जुटा है. इसे लेकर पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए है. आने वाले समय में सभी परीक्षाएं नई शिक्षा नीति के तहत लेने की योजना बनाई गई है.

New education policy in Jharkhand
New education policy in Jharkhand

रांची: झारखंड में अगले सत्र से उच्च शिक्षा के साथ-साथ स्कूली शिक्षा में भी नई शिक्षा नीति का प्रभाव देखने को मिलेगा. इसे लेकर शिक्षा विभाग भी तैयारियों में जुटा है. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव ने इसे लेकर पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. राज्य में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा भी नई शिक्षा नीति (New Education Policy NEP) के तहत ही लेने की बात की जा रही है.

इसे भी पढ़ें: झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों में नए सत्र से होगी नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई, रोडमैप तैयार

नई शिक्षा नीति के तहत होगी परीक्षाएं: नई शिक्षा नीति के तहत सेमेस्टर सिस्टम में परीक्षा लेने की बात कही गई है. जानकारी के मुताबिक राज्य में आने वाले समय में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा 2 टर्म में ही आयोजित होगी. ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधान को देखते हुए इसे आगे भी जारी रखने पर विचार किया जा रहा है. ताकि जो फार्मूला राज्य सरकार के शिक्षा विभाग और जैक की ओर से तैयार किया गया है. नई शिक्षा नीति पर यह फार्मूला फिट बैठ सके. साल 2022 में कोविड संक्रमण के कारण परीक्षा 2 टर्म में ली गई है. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की ओर से इस संबंध में अगले माह तक अंतिम निर्णय लेने पर चर्चाएं की जा रही है. दो टर्म में परीक्षा होने पर प्रथम चरण की परीक्षा ओएमआर शीट पर और दूसरे टर्म की परीक्षा उत्तर पुस्तिका पर ली जाएगी. दोनों टर्म की परीक्षा में 5 से 6 माह के अंतराल रखा जाएगा. प्रथम चरण की परीक्षा सितंबर-अक्टूबर तक और दूसरे चरण की परीक्षा मार्च-अप्रैल में ली जा सकती है.

इतने अंक की होगी परीक्षाएं: दोनों टर्म की परीक्षाएं 40-40 अंकों की होगी, जबकि 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन और प्रैक्टिकल की परीक्षाएं आयोजित की जाएगी. इसके लिए सिलेबस दो भागों में बांटा जा रहा है. दोनों टर्म के लिए अलग-अलग सिलेबस तैयार किए जाएंगे. मैट्रिक और इंटर के अलावा कक्षा 8वीं, 9वीं और 11वीं बोर्ड की परीक्षा में भी नई शिक्षा नीति परीक्षा लागू की जा सकती है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council JAC) का फार्मूला आने वाले समय में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर फिट बैठ सकता है.

देर शुरू होगा 2023 का सेशन: कोरोना के कारण साल 2021-22 में शैक्षणिक सत्र को 31 जुलाई तक बढ़ाया गया है. पहले सेशन की शुरुआत अप्रैल माह में होती थी और इससे अब तीन माह बढ़ा दिया गया है. ऐसे में साल 2023 में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों का दसवीं और बारहवीं का सत्र जुलाई में शुरू होगा. साल 2023 के मैट्रिक इंटर की परीक्षा मार्च में शुरू हो सकती है. इसे लेकर भी योजना तैयार की जा रही है.

रांची: झारखंड में अगले सत्र से उच्च शिक्षा के साथ-साथ स्कूली शिक्षा में भी नई शिक्षा नीति का प्रभाव देखने को मिलेगा. इसे लेकर शिक्षा विभाग भी तैयारियों में जुटा है. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव ने इसे लेकर पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. राज्य में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा भी नई शिक्षा नीति (New Education Policy NEP) के तहत ही लेने की बात की जा रही है.

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नई शिक्षा नीति के तहत होगी परीक्षाएं: नई शिक्षा नीति के तहत सेमेस्टर सिस्टम में परीक्षा लेने की बात कही गई है. जानकारी के मुताबिक राज्य में आने वाले समय में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा 2 टर्म में ही आयोजित होगी. ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधान को देखते हुए इसे आगे भी जारी रखने पर विचार किया जा रहा है. ताकि जो फार्मूला राज्य सरकार के शिक्षा विभाग और जैक की ओर से तैयार किया गया है. नई शिक्षा नीति पर यह फार्मूला फिट बैठ सके. साल 2022 में कोविड संक्रमण के कारण परीक्षा 2 टर्म में ली गई है. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की ओर से इस संबंध में अगले माह तक अंतिम निर्णय लेने पर चर्चाएं की जा रही है. दो टर्म में परीक्षा होने पर प्रथम चरण की परीक्षा ओएमआर शीट पर और दूसरे टर्म की परीक्षा उत्तर पुस्तिका पर ली जाएगी. दोनों टर्म की परीक्षा में 5 से 6 माह के अंतराल रखा जाएगा. प्रथम चरण की परीक्षा सितंबर-अक्टूबर तक और दूसरे चरण की परीक्षा मार्च-अप्रैल में ली जा सकती है.

इतने अंक की होगी परीक्षाएं: दोनों टर्म की परीक्षाएं 40-40 अंकों की होगी, जबकि 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन और प्रैक्टिकल की परीक्षाएं आयोजित की जाएगी. इसके लिए सिलेबस दो भागों में बांटा जा रहा है. दोनों टर्म के लिए अलग-अलग सिलेबस तैयार किए जाएंगे. मैट्रिक और इंटर के अलावा कक्षा 8वीं, 9वीं और 11वीं बोर्ड की परीक्षा में भी नई शिक्षा नीति परीक्षा लागू की जा सकती है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council JAC) का फार्मूला आने वाले समय में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर फिट बैठ सकता है.

देर शुरू होगा 2023 का सेशन: कोरोना के कारण साल 2021-22 में शैक्षणिक सत्र को 31 जुलाई तक बढ़ाया गया है. पहले सेशन की शुरुआत अप्रैल माह में होती थी और इससे अब तीन माह बढ़ा दिया गया है. ऐसे में साल 2023 में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों का दसवीं और बारहवीं का सत्र जुलाई में शुरू होगा. साल 2023 के मैट्रिक इंटर की परीक्षा मार्च में शुरू हो सकती है. इसे लेकर भी योजना तैयार की जा रही है.

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