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शातिर पड़ोसी ने कोविड के इलाज के नाम पर ठगे 10 लाख, पीड़ित पहुंचा थाने - टि्वन टावर रांची

रांची में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जहां एक कोविड संक्रमित मरीज ने अपने पड़ोसी पर कोरोना इलाज के नाम पर लाखों की ठगी करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ranchi
पड़ोसी ने इलाज के नाम पर की ठगी
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Published : May 23, 2021, 8:32 AM IST

रांची: कोरोना संक्रमण के नाम पर एक तरफ जहां आपस के रिश्ते तार-तार हो रहे हैं. वहीं अब परिचित इलाज के नाम पर भी ठगी भी करने लगे हैं. ताजा मामला रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र का है. यहां एक कोविड संक्रमित मरीज से उसके ही पड़ोसी ने 10 लाख रुपये की ठगी कर ली. जिसके बाद पीड़ित थाने पहुंच गया है.

ये भी पढ़े- गढ़वा के बाद रांची में पुलिसवाले को कार से कुचलने की कोशिश, E-PASS मांगे जाने से नाराज था युवक

क्या है पूरा मामला

रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के टि्वन टावर में रहने वाले ललित मोहन और उनकी पत्नी से इलाज के नाम पर साढ़े दस लाख रुपये की ठगी कर ली गई है. ठगी का आरोप उसी अपार्टमेंट में रहने वाले मेडिकल रिप्रजेंटेटिव अजित पर लगा है. इस मामले में ललित ने अरगोड़ा थाने में अजित के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी है. ललित का आरोप है कि अजित ने उनसे कोविड संक्रमण के इलाज के लिए और रेमडेसिविर इंजेक्शन के दो डोज के एवज में 10 लाख रुपये ले लिए हैं. जबकि उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन ही दिया नहीं गया. पीड़ित के अनुसार अजित ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने और दवाई और जांच के नाम पर भी बड़ी रकम ठग ली है. इधर, दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

ललित को वैक्सीन लेने के बाद आया था बुखार

ललित की ओर से दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने दस अप्रैल को कोरोना वैक्सीन ली थी. वैक्सीन लेने के बाद उन्हें बुखार आ गया. दवा लेने के बाद भी बुखार कम नहीं हो रहा था. जिसके बाद उनकी पत्नी ने अजित की पत्नी से संपर्क किया. अजित ने 13 अप्रैल को उन्हें डॉक्टर के पास स्वास्थ्य जांच के लिए भेजा. तीन-चार दिन दवा खाने के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ. अजित ब्लड सैंपल लेने के लिए 15 अप्रैल को एक नर्स के साथ उनके घर पहुंचा और यहीं से पैसे की ठगी की शुरुआत हो गयी. अजीत ने उन्हें बताया कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और यह कह कर उन्हें एक अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया. इस दौरान ललित मोहन अस्पताल में रहे जबकि अजित उनके पत्नी से लगतार इलाज के नाम पर पैसे लेता रहा.

पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी

अस्पताल से निकलने के बाद जब ललित मोहन को मात्र एक लाख का बिल अस्पताल प्रबंधन के तरफ से दिया गया तो वह चौंक गए, मामले की जांच करने पर पता चला कि सारे पैसे अजीत ने ही रख लिए हैं, जिसके बाद उन्होंने अजीत से पैसे मांगे तो अजित ने उसे जान से मारने की धमकी दाल डाली. कोई रास्ता न निकलता देख ललित ने अलवर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई.

रांची: कोरोना संक्रमण के नाम पर एक तरफ जहां आपस के रिश्ते तार-तार हो रहे हैं. वहीं अब परिचित इलाज के नाम पर भी ठगी भी करने लगे हैं. ताजा मामला रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र का है. यहां एक कोविड संक्रमित मरीज से उसके ही पड़ोसी ने 10 लाख रुपये की ठगी कर ली. जिसके बाद पीड़ित थाने पहुंच गया है.

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क्या है पूरा मामला

रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के टि्वन टावर में रहने वाले ललित मोहन और उनकी पत्नी से इलाज के नाम पर साढ़े दस लाख रुपये की ठगी कर ली गई है. ठगी का आरोप उसी अपार्टमेंट में रहने वाले मेडिकल रिप्रजेंटेटिव अजित पर लगा है. इस मामले में ललित ने अरगोड़ा थाने में अजित के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी है. ललित का आरोप है कि अजित ने उनसे कोविड संक्रमण के इलाज के लिए और रेमडेसिविर इंजेक्शन के दो डोज के एवज में 10 लाख रुपये ले लिए हैं. जबकि उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन ही दिया नहीं गया. पीड़ित के अनुसार अजित ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने और दवाई और जांच के नाम पर भी बड़ी रकम ठग ली है. इधर, दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

ललित को वैक्सीन लेने के बाद आया था बुखार

ललित की ओर से दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने दस अप्रैल को कोरोना वैक्सीन ली थी. वैक्सीन लेने के बाद उन्हें बुखार आ गया. दवा लेने के बाद भी बुखार कम नहीं हो रहा था. जिसके बाद उनकी पत्नी ने अजित की पत्नी से संपर्क किया. अजित ने 13 अप्रैल को उन्हें डॉक्टर के पास स्वास्थ्य जांच के लिए भेजा. तीन-चार दिन दवा खाने के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ. अजित ब्लड सैंपल लेने के लिए 15 अप्रैल को एक नर्स के साथ उनके घर पहुंचा और यहीं से पैसे की ठगी की शुरुआत हो गयी. अजीत ने उन्हें बताया कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और यह कह कर उन्हें एक अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया. इस दौरान ललित मोहन अस्पताल में रहे जबकि अजित उनके पत्नी से लगतार इलाज के नाम पर पैसे लेता रहा.

पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी

अस्पताल से निकलने के बाद जब ललित मोहन को मात्र एक लाख का बिल अस्पताल प्रबंधन के तरफ से दिया गया तो वह चौंक गए, मामले की जांच करने पर पता चला कि सारे पैसे अजीत ने ही रख लिए हैं, जिसके बाद उन्होंने अजीत से पैसे मांगे तो अजित ने उसे जान से मारने की धमकी दाल डाली. कोई रास्ता न निकलता देख ललित ने अलवर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई.

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