रांची: झारखंड के जनजातीय समुदाय के बीच छोटे-मोटे उद्योग-धंधों के साथ-साथ व्यापारिक माहौल पैदा करने के उद्देश्य से भारत सरकार का एमएसएमई यानी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय इन दिनों विशेष कार्य कर रही है. इसके तहत गुमला में 18 अगस्त को नेशनल एससी-एसटी हब कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा. इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा करेंगे.
एससी-एसटी उद्यमियों को सशक्त बनाने का प्रयासः इसके अलावे इस कार्यक्रम में केंद्र और राज्य सरकार के कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे. सुबह 10 बजे से आयोजित होने वाले इस नेशनल एससी-एसटी हब कॉन्क्लेव के माध्यम से एससी-एसटी उद्यमियों को सशक्त बनाने का प्रयास होगा. जिसके तहत क्षमता निर्माण, कौशल विकास, मार्केट लिंकेज आदि के बारे में जानकारी के साथ-साथ सहायता प्रदान की जाएगी.
रोजगार सृजन और आजीविका प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है एमएसएमईः नेशनल एससी-एसटी हब मेगा कॉन्क्लेव के बारे में जानकारी देते हुए एमएसएमई के महाप्रबंधक केके शर्मा ने कहा कि रोजगार सृजन और आजीविका प्रदान करने में एमएसएमई महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस क्षेत्र में 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देने वाली छह करोड़ से अधिक इकाइयां हैं. जिसके माध्यम से एमएसएमई सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 30% योगदान और निर्यात में 45% से अधिक का योगदान देता है.
सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों द्वारा एमएसएमई का विकास और इसे मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. सरकारी खरीद में एससी-एसटी उद्यमियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक खरीद नीति के तहत एससी-एसटी उद्यमियों से 4% खरीद के लक्ष्य को अनिवार्य रखा है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए एससी-एसटी उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए मंत्रालय द्वारा लगातार कार्यक्रम आयोजित की जाती है.