जमशेदपुरः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने झारखंड विधानसभा भवन में नमाज के लिए अलग से कमरा आवंटित(Namaz room dispute in Jharkhand assembly) किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. रघुवर दास ने इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) पर तुष्टिकरण का आरोप ( former CM Raghuvar Das alleged speaker for appeasement) लगाया है. उन्होंने स्पीकर से आदेश को वापस लेने की मांग की है. साथ ही कहा यह संविधान की भावना के खिलाफ है और प्रदेश के दूसरे धर्मों के लोगों के लिए भी ठीक नहीं है. पूर्व सीएम रघुवर दास ने यह बातें जमशेदपुर में अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही.
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पूर्व सीएम ने पत्रकारों के सामने सीएम हेमंत सोरेन (former CM Raghuvar Das) और झामुमोनीत प्रदेश सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार मगरूर है. रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार अपने निकम्मेपन पर इतरा रही है. साथ ही सरकार पर विपक्षी नेताओं पर फर्जी मुकदमे में फंसाने का भी आरोप लगाया. झारखंड उच्च न्यायालय की एक टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि सरकारी योजनाएं फेल हो गईं हैं. गांव और गरीबों तक न राशन पहुंच रहा है, न पीने का पानी, न बिजली, न गैस चूल्हा . गांव को भुखमरी की समस्या ने घेर लिया है.
गले की फांस बन सकता है रूपा तिर्की केसः रघुवर दास
साहिबगंज की महिला दारोगा रूपा तिर्की की मौत के मामले पर भी रघुवर दास ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि रूपा के परिजनों, आदिवासी समाज और भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग पर भी सरकार सीबीआई जांच के लिए तैयार नहीं थी. सरकार ने सीबीआई जांच टालने की नीयत से हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग तक का गठन किया. लेकिन अब यह मामला सरकार के गले की फांस बन सकती है.