रांचीः नैक का मूल्यांकन को लेकर अपने दो दिवसीय दौरे पर नैक की टीम मारवाड़ी कॉलेज पहुंची थी. दूसरे दिन नैक की टीम ने आदिवासी जनजातियों विभाग और खेलकूद से जुड़ी गतिविधियों के अलावे मारवाड़ी कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर का मुआयना किया. वहीं पहले दिन तमाम एकेडमी गतिविधियों और विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया गया.
एकेडमिक गतिविधियों से संतुष्ट दिखी टीम
नैक की टीम दूसरे दिन कॉलेज के पदाधिकारियों और कुछ विद्यार्थियों के साथ भी विचार-विमर्श किया. कोरोना के कारण नैक की यह टीम में मात्र 3 सदस्य ही कॉलेज का निरीक्षण करने को लेकर पहुंची. निरीक्षण के दौरान 2 दिनों तक कॉलेज के तमाम गतिविधियों के अलावा एकेडमिक गतिविधियों की जानकारी भी नैक की टीम ने हासिल की है. नैक की टीम मारवाड़ी कॉलेज के एकेडमिक गतिविधियों से संतुष्ट दिखी. मारवाड़ी कॉलेज में संचालित जनजातीय भाषा विभाग को भी सराहा. नैक की टीम की ओर से कहा गया कि मारवाड़ी कॉलेज से वह पॉजिटिव रिस्पांस लेकर जा रहे हैं. हालांकि ग्रेडिंग को लेकर टीम की ओर से प्रोटोकॉल के तहत कोई जानकारी नहीं दी गई है. नैक की टीम निरीक्षण से जुड़े रिपोर्ट को एक सीलबंद लिफाफे में केंद्रीय स्तर के मूल्यांकन टीम को सौंपा जाएगा और उसके बाद कॉलेज को रिपोर्ट में क्या कुछ है, इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी.
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बेहतर ग्रेडिंग मिलने की उम्मीद
नैक का मूल्यांकन 2016 में ही होना था. लेकिन किसी कारण से टीम नहीं पहुंच पाई थी. नैक मूल्यांकन से कॉलेज के तरफ से आर्थिक फायदा होता है. आर्थिक अनुदान मिलने से कॉलेज के विकास के लिए कई काम किए जा सकते हैं. मारवाड़ी कॉलेज का यह तीसरा नैक मूल्यांकन हुआ. अब तक मारवाड़ी कॉलेज को बी ग्रेडिंग मिल चुका है. मारवाड़ी कॉलेज प्रबंधन को आशा है कि इस बार इस कॉलेज को बेहतर ग्रेडिंग मिलने की संभावना है.