नई दिल्ली: झारखंड से बीजेपी के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता महेश पोद्दार ने वित मंत्री रामेश्वर उरांव पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री रामेश्वर उरांव ने जो बयान दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने गैरजिम्मेदाराना बयान दिया है.
क्या है कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की पृष्ठभूमि
सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि झारखंड को अब तक बाहरी-भीतरी के चक्कर में बहुत नुकसान हो चुका है. उनका इस तरह का बयान समाज को बांटने का काम करेगा. 2014 से 2019 तक झारखंड में बीजेपी की सरकार थी. उन 5 सालों में कभी किसी को महसूस नहीं हुआ कि कौन झारखंड का है और कौन नहीं है. बीजेपी सरकार सबको साथ लेकर चलती थी. उन्होंने कहा कि मैं रामेश्वर उरांव से कहना चाहता हूं कि झारखंड सब का है. इस भावना के साथ हम लोग आगे बढ़ेंगे, तब ही राज्य तरक्की करेगा. इस तरह का बयान देने से पहले रामेश्वर उरांव ने यह नहीं सोचा की कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की पृष्ठभूमि क्या है?
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रामेश्वर उरांव के बयान से विवाद शुरू
रामेश्वर उरांव के बयान के बाद विवाद हो गया है. उरांव ने कहा था कि झारखंड की राजधानी रांची की जमीन दूसरे लोगों के हाथों में चली गई है. रांची में बिहारी और मारवाड़ी बस गए हैं. आदिवासी कमजोर हो गए हैं और इसी कारण उनका शोषण हो रहा है. रांची में आदिवासियों का निवास था. यहां बसे कई इलाकों का नाम उन्हीं की ओर से दिया गया है. वे इलाके और नाम तो हैं पर अब उनका शोषण हो रहा है.