रांचीः झारखंड में बेपटरी स्वास्थ्य सेवा को पटरी पर लाने के लिए सरकार अब निजी एजेंसियों और संगठनों का भी सहयोग लेगी और इसकी शुरुआत बुधवार को नेपाल हाउस सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया के बीच एमओयू से (MOU Between Health Department and Care India) हुआ. केयर इंडिया शिशु स्वास्थ्य, मातृत्व स्वास्थ्य, जनजातीय स्वास्थ्य, कुपोषण की स्थिति में सुधार, ट्रॉमा सेंटर और शहरी स्वास्थ्य में कमी को दूर करने के उद्देश्य से काम करेगा. करार के वक्त राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह भी उपस्थित थे.
करार का मकसद स्वास्थ्य सुविधाओं को व्यवस्थित करना हैः स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया के बीच आज जो करार हुआ वह नए प्रयोग का उदाहरण है. इस करार का मकसद स्वास्थ्य सुविधाओं को व्यवस्थित करना है. केयर इंडिया स्वास्थ्य मित्र बनकर कदम से कदम मिलाकर काम करेगा. स्वास्थ्य के क्षेत्र में नवाचार के लिए अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह लगातार प्रयास कर रहे हैं.
राज्य में शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कमः बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए झारखंड राज्य की ओर से अब तक कई बेहतर प्रयास किए गए हैं. यही वजह है कि राज्य में शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम है. हमें इसे और कम करना है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बुधवार को झारखंड सचिवालय स्थित विकास आयुक्त सभागार में यह बातें कह रहे थे.
केयर इंडिया से पांच वर्ष के लिए हुआ करारः झारखंड के स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने के लिए पांच वर्षो का करार हुआ है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए भी केयर इंडिया काम करेगा.
महिलाओं और बच्चियों को हरी साग-सब्जियों के फायदे भी बताएंः उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं और बच्चियों को हरी साग-सब्जियों के फायदे भी बताएं, उनमें पाए जाने वाले खनिज और मिनरल्स के बारे में जानकारी दें, ताकि एनीमिया और अन्य बीमारियों से भी वो बच सकें.
ट्रॉमा सेंटर में खून की व्यवस्था और हड्डी रोग के विशेषज्ञों को बहाल करेंः इस मौके पर केयर इंडिया के सीईओ से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई भी कमी हो तो बताएं, ताकि उसे बेहतर किया जा सके. ट्रॉमा सेंटर्स में खून की व्यवस्था और हड्डी रोग के विशेषज्ञों को रखने का भी उन्होंने निर्देश दिया.
कार्यक्रम प्रबंधक ने दिया प्रजेंटेशनः इस मौके पर अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, अभियान निदेशक भुवनेश प्रताप सिंह, अपर अभियान निदेशक विद्यानंद शर्मा पंकज, केयर इंडिया के सीईओ देवर्षि भट्टाचार्य सहित स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे. मौके पर केयर इंडिया के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अभय कुमार भगत ने कार्य योजना से संबंधित प्रजेंटेशन दिया.
स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए तैयारः इस मौके पर अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि हम नई परंपरा की शुरुआत करने जा रहे हैं. इससे स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में सहयोग मिलेगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की कमियों का आकलन कर केयर इंडिया इसमें सहयोग करेगा.
भागीदारी के लिए केयर इंडिया उत्सुकः केयर इंडिया के सीईओ देवर्षि भट्टाचार्य ने कहा कि हम उत्सुकता के साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भागीदारी के लिए तैयार हैं. गवर्नमेंट स्ट्रक्चर के साथ काम करना चाहते हैं और कमियों को मिलकर दूर करेंगे.
समझौता पत्र पर हुआ हस्ताक्षरः झारखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया के बीच बुधवार को समझौता हुआ. झारखंड सचिवालय स्थित विकास आयुक्त सभागार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड के अभियान निदेशक डॉ भुवनेश प्रताप और केयर इंडिया के सीईओ देवर्षि भट्टाचार्य ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए. केयर इंडिया शिशु स्वास्थ्य, मातृत्व स्वास्थ्य, जनजातीय स्वास्थ्य, कुपोषण की स्थिति में सुधार, ट्रॉमा सेंटर और शहरी स्वास्थ्य में कमी को दूर करने के उद्देश्य से काम करेगा.