रांचीः झारखंड में बीस सूत्री और निगरानी समिति (20 Sutri and Monitoring Committee) का गठन जल्द होने वाला है. इन समितियो में कांग्रेस के लगभग एक हजार से ज्यादा कार्यकर्ता और नेता एडजस्ट होंगे. वहीं, गठबंधन में शामिल सभी दलों के लगभग चार हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं और नेताओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी. इन समितियों के जरिए सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग की जाएगी.
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झारखंड सरकार (Jharkhand government) जल्द ही बीस सूत्री और निगरानी समिति की घोषणा करने वाली है. इसके तहत प्रदेश, जिला और प्रखंड स्तर पर कमेटी बनाई जाएगी. इसको लेकर जो फॉर्मेट तैयार की गई है, उसके अनुसार कांग्रेस के हिस्से में दस जिले आएंगे. इन दस जिलो में कांग्रेस अपने एक हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं को एडजस्ट करने के साथ साथ जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करेगी. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ताओं को जिम्मेवारी सौंपी जाएगी. इसको लेकर जेएमएम के साथ लगातार बैठक हो रही है और लगभग सभी बिंदुओं पर सहमति भी बन गई है. संभावना है कि जल्द ही समिति गठन का कार्य पूरा कर लिया जाए.
पंचायत स्तर पर पहुंचाई जाएगी सरकार की योजना
सूबे में 250 से ज्यादा प्रखंड है, जिसमें सौ से ज्यादा कांग्रेस को मिलना तय है. एक प्रखंड की कमिटी में 9 लोगों को शामिल किया जाएगा. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शमशेर आलम ने बताया कि इन समितियों के जरिए सरकार की योजनाओं की मॉनिटरिंग की जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार के सपना को पंचायत स्तर पर धरातल पर उतारा जाएगा. बता दें कि कई वजहों से अब तक ठंडे बस्ते में पड़े बीस सूत्री और निगरानी समिति के गठन का रास्ता साफ हो चुका है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी चाहते है कि गठबंधन में शामिल दलों के कार्यकर्ताओं को सरकार से जोड़ा जाए.