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अब आग लगने पर समय पर पहुंचेंगी दमकल की गाड़ियां, हेडक्वार्टर से की जाएगी मॉनिटरिंग

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Published : Apr 26, 2023, 3:54 PM IST

Updated : Apr 26, 2023, 4:18 PM IST

झारखंड में पिछले कुछ दिनों में आग लगने की बड़ी घटनाएं हुईं हैं. कई मामलों में ये भी पाया गया कि दमकल की गाड़ियां सही वक्त पर मौके पर नहीं पहुंच पाईं और इससे ज्यादा नुकसान हुआ.

Monitoring system of fire engines in Jharkhand
Monitoring system of fire engines in Jharkhand
जानकारी देते संवाददाता प्रशांत सिंह

रांची: किसी भी स्थान पर आग लगने की घटना के बाद उसे बुझाने के लिए दमकल वाहनों का समय पर पहुंचना बेहद जरूरी होता है. दमकल के वाहन अगर मौके पर समय पर पहुंचेंगे तो निश्चित रूप से आग की घटना को विकराल होने से रोका जा सकता है. यही वजह है कि अब झारखंड में दमकल के वाहनों के मॉनिटरिंग सिस्टम को दुरुस्त किया जा रहा है. इसके लिए गूगल मैप को आधार बनाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: Ranchi News: रांची के फर्नीचर दुकान में लगी आग, लाखों का सामान जलकर राख

समय पर पहुचना सबसे बड़ी सफलता: राजधानी रांची सहित राज्य के दूसरे हिस्सों में हाल के दिनों में कई भीषण आग लगी की घटनाएं हुई हैं. जिनमें जान माल का अच्छा खासा नुकसान हुआ. कई जगह दमकल के वाहन समय पर पहुंच गए और आग पर काबू पा लिया गया. लेकिन कई स्थानों पर दमकल के वाहन समय से नहीं पहुंच पाए जिसकी वजह से नुकसान काफी बड़ा हो गया. आमतौर पर लोगों की शिकायत होती है कि दमकल के वाहनों को सही समय पर सूचना देने के बावजूद वह समय पर नहीं पहुंचते हैं. ऐसी शिकायतों पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए डीजे अग्निशमन अनिल पलटा ने अब दमकल वाहनों के माउंटिंग सिस्टम को गूगल मैप से जोड़ने का निर्णय किया है.

गूगल मैप से जोड़ने के काम को तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है, क्योंकि सभी दमकल के वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है. ऐसे में गूगल मैप के जरिए उन पर मॉनिटरिंग रखना बेहद आसान काम है. डीजी अग्निशमन अनिल पलटा ने बताया कि इसके लिए ट्रायल रन शुरू कर दिया गया है. बुधवार को अग्निशमन विभाग के दो वाहनों को राजधानी रांची में एकदम ही घटनास्थल बनाकर दौड़ाया गया, जो बेहद सफल रहा. जल्द ही इसे जमीन पर उतारते हुए पूरे झारखंड में लागू किया जाएगा.

क्या होगा फायदा: जीपीएस सिस्टम के जरिए गूगल मैप पर आ जाने के बाद दमकल के वाहनों की मॉनिटरिंग मुख्यालय में बैठे-बैठे ही की जा सकेगी. मतलब आग लगी कि सूचना कितनी देर पहले आई, मुख्यालय से दमकल का वाहन कितने देर पहले निकला और कितने समय में पहुंचा, वह कहीं रास्ते में ही रुका हुआ तो नहीं है, इन सब की जानकारी इस मैपिंग के जरिए मुख्यालय को मिल जाएगी. चुकी दमकल वाहनों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी तो ऐसे में अगर किसी इलाके में जाम की समस्या हो तो पूर्व से ही दमकल कर्मी को इसकी सूचना दे दी जाएगी ताकि वह रास्ता को बदलकर गंतव्य तक जल्द से जल्द पहुंच सके.

जानकारी देते संवाददाता प्रशांत सिंह

रांची: किसी भी स्थान पर आग लगने की घटना के बाद उसे बुझाने के लिए दमकल वाहनों का समय पर पहुंचना बेहद जरूरी होता है. दमकल के वाहन अगर मौके पर समय पर पहुंचेंगे तो निश्चित रूप से आग की घटना को विकराल होने से रोका जा सकता है. यही वजह है कि अब झारखंड में दमकल के वाहनों के मॉनिटरिंग सिस्टम को दुरुस्त किया जा रहा है. इसके लिए गूगल मैप को आधार बनाया जा रहा है.

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समय पर पहुचना सबसे बड़ी सफलता: राजधानी रांची सहित राज्य के दूसरे हिस्सों में हाल के दिनों में कई भीषण आग लगी की घटनाएं हुई हैं. जिनमें जान माल का अच्छा खासा नुकसान हुआ. कई जगह दमकल के वाहन समय पर पहुंच गए और आग पर काबू पा लिया गया. लेकिन कई स्थानों पर दमकल के वाहन समय से नहीं पहुंच पाए जिसकी वजह से नुकसान काफी बड़ा हो गया. आमतौर पर लोगों की शिकायत होती है कि दमकल के वाहनों को सही समय पर सूचना देने के बावजूद वह समय पर नहीं पहुंचते हैं. ऐसी शिकायतों पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए डीजे अग्निशमन अनिल पलटा ने अब दमकल वाहनों के माउंटिंग सिस्टम को गूगल मैप से जोड़ने का निर्णय किया है.

गूगल मैप से जोड़ने के काम को तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है, क्योंकि सभी दमकल के वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है. ऐसे में गूगल मैप के जरिए उन पर मॉनिटरिंग रखना बेहद आसान काम है. डीजी अग्निशमन अनिल पलटा ने बताया कि इसके लिए ट्रायल रन शुरू कर दिया गया है. बुधवार को अग्निशमन विभाग के दो वाहनों को राजधानी रांची में एकदम ही घटनास्थल बनाकर दौड़ाया गया, जो बेहद सफल रहा. जल्द ही इसे जमीन पर उतारते हुए पूरे झारखंड में लागू किया जाएगा.

क्या होगा फायदा: जीपीएस सिस्टम के जरिए गूगल मैप पर आ जाने के बाद दमकल के वाहनों की मॉनिटरिंग मुख्यालय में बैठे-बैठे ही की जा सकेगी. मतलब आग लगी कि सूचना कितनी देर पहले आई, मुख्यालय से दमकल का वाहन कितने देर पहले निकला और कितने समय में पहुंचा, वह कहीं रास्ते में ही रुका हुआ तो नहीं है, इन सब की जानकारी इस मैपिंग के जरिए मुख्यालय को मिल जाएगी. चुकी दमकल वाहनों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी तो ऐसे में अगर किसी इलाके में जाम की समस्या हो तो पूर्व से ही दमकल कर्मी को इसकी सूचना दे दी जाएगी ताकि वह रास्ता को बदलकर गंतव्य तक जल्द से जल्द पहुंच सके.

Last Updated : Apr 26, 2023, 4:18 PM IST
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