रांचीः झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है (MLA Saryu Rai attack on Hemant government). राज्य के पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने शुक्रवार को कहा कि झामुमो के प्रवक्ता ने उनको लेकर जो बातें कहीं हैं, उस पर उन्हें कुछ नहीं कहना. लेकिन वह यह तो बताएं कि विधायक प्रतिनिधियों और मुख्यमंत्रियों के घोषित-अघोषित एजेंट को पॉवर कहां से मिलती है.
सरयू राय ने कहा कि झामुमो के प्रवक्ता भले ही यह कहें कि जब हम सत्ता में शामिल थे तो भ्रष्टाचार पर चुप थे और अब मुखर हैं लेकिन यह सही नहीं है. जब हम पिछली सरकार में सत्ता में भागीदार थे तब भी भ्रष्टाचार के खिलाफ न जाने कितनी चिठ्ठियां मुख्यमंत्री को लिखी और जब सत्ता में नहीं हैं तब भी भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखते रहते हैं.
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निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा कि जिनके लिए सत्ता मलाई खाने का साधन है, वह अपनी बात अपने अंदाज में रखते हैं. सरयू राय ने कहा कि उनके लिए सत्ता, समाज की सेवा और व्यवस्था में बदलाव का जरिया रहा है. सरयू राय ने सवालिया लहजे में कहा कि प्रेमप्रकाश और मिश्राजी (पंकज मिश्रा) को जो ताकत मिली है वह कहां से मिली है.
पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहा करते हैं 'न खाऊंगा और न खाने दूंगा'. अक्सर पीएम मोदी भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, ऐसे में यह कैसे संभव है कि जब मनरेगा और खनन भ्रष्टाचार की जांच राज्य की पूर्व की सरकार तक पहुंच जाए और सरकार का मुखिया ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे और कार्रवाई न हो.
हेमंत सोरेन सरकार का भ्रष्टाचार, रघुवर सरकार के समय के भ्रष्टाचार का एक्सटेंशनः सरयू राय
सरयू राय ने कहा कि वर्तमान सरकार में भी वही सब और उसी अंदाज में हो रहा है, जैसा पिछली सरकार में हुआ. कह सकते हैं कि हेमंत सोरेन सरकार का भ्रष्टाचार, रघुवर सरकार के समय के भ्रष्टाचार का एक्सटेंशन भर है. उन्होंने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार और वर्तमान हेमंत सरकार के समय मे भ्रष्टाचार को लेकर जितनी पत्र लिखे हैं सभी को पुस्तक के रूप में सार्वजिनक करेंगे और यह पुस्तक करीब करीब 100 पन्नों की होगी.