नई दिल्ली: सोमवार को एक तरफ झारखंड के पूर्व सीएम और जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी का विलय बीजेपी कर दिया. तो वहीं, विधायक प्रदीप यादव और विधायक बंधु तिर्की ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली.
'हमें बीजेपी के खिलाफ प्लेटफार्म चुनना था'
इस मौके पर दोनों विधायकों ने दावा किया कि असली जेवीएम वही हैं और उन दोनों विधायकों ने यह दावा भी किया कि आज उन्होंने कांग्रेस में जेवीएम का विलय किया है. प्रदीप यादव ने कहा कि 2006 में झारखंड विकास मोर्चा का गठन हम लोगों ने बाबूलाल मरांडी के साथ मिलकर किया था और हमारा लक्ष्य था कि झारखंड के आदिवासी, अल्पसंख्यक, दलितों को उनका हक दिलाएं. बीजेपी ने कॉर्पोरेट घरानों को गरीबों, आदिवासियों की जमीन दे दी, हम लोग बीजेपी खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन बाबूलाल अचानक से बीजेपी में चले गए. यह बहुत ही शर्मनाक है, हम लोगों को बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए एक प्लेटफार्म को चुनना था. इसलिए हम लोग कांग्रेस में शामिल हो गए. इधर, विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि मैंने और प्रदीप यादव ने बाबूलाल को पहले ही कह दिया था कि हम लोग बीजेपी में कभी नहीं जाएंगे. बाबूलाल को हमने कहा था कि बीजेपी के साथ आप जाएंगे तो हम लोग अपना रास्ता अलग कर लेंगे और उसी के तहत आज हम लोग कांग्रेस में शामिल हुए हैं.
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झारखंड में कांग्रेस होगी और मजबूत- आरपीएन सिंह
इस मौके पर आरपीएन सिंह ने कहा कि प्रदीप यादव पांच बार के विधायक हैं और एक बार सांसद रहे हैं. वे कई बार मंत्री भी रह चुके हैं, बंधु तिर्की तीन बार विधायक रहे हैं और कई बार मंत्री रह चुके हैं. उनके आने से झारखंड में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. जेवीएम के कई नेता हैं जो कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं, जल्द झारखंड में हम लोग एक बड़ी रैली करेंगे और उसमें जेवीएम के कई नेता कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे. उस कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी आमंत्रित किया जाएगा. बता दें कि इस बार झारखंड विधानसभा चुनाव में जेवीएम ने 3 सीटें जीती थी. बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव, बंधु तिर्की विधायक बने थे. बाबूलाल ने प्रदीप यादव, बंधु तिर्की को पार्टी से बाहर कर दिया था. क्योंकि यह लोग नहीं चाहते थे कि जेवीएम का बीजेपी में विलय हो.