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खूंटी सदर अस्पताल में काम नहीं कर रहे हैं ईसीजी मशीन, सीएस का दावा- जल्द कराया जाएगा ठीक - ECG MACHINES

खूंटी सदर अस्पताल में कई ईसीजी मशीनें काम नहीं कर रही हैं. जिसके कारण मरीजों को जांच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है.

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ईसीजी मशीन (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 3 hours ago

खूंटी: जिले के सदर अस्पताल में लंबे समय से ईसीजी (इलेक्ट्रो कार्डियो ग्राफी) मशीन खराब है. जिस पर प्रशासन द्वारा अब तक कोई पहल नहीं की गई है. अस्पताल में कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई है. मरीजों को अस्पताल से बाहर जाकर यह ईसीजी करवानी पड़ रही है.

दरअसल, सदर अस्पताल के एमसीएच बिल्डिंग में 10 ईसीजी मशीन लगी हुई है. जिसमें पांच मशीन अलग से है ताकि खराब होने की स्थिति में वैकल्पिक पांच मशीन से मरीजों के दिल की स्कैनिंग हो सके, लेकिन पिछले एक सप्ताह से अस्पताल की ईसीजी मशीन खराब पड़ी है. कुछ मशीनों का इस्तेमाल पेपर नहीं होने के कारण नहीं हो पा रहा है.

जानकारी देते सिविल सर्जन (ETV BHARAT)

सदर अस्पताल के इंचार्ज सुनीता गुड़िया ने बताया कि अस्पताल परिसर में लगे मशीनों के खराब होने की जानकारी अस्पताल के वरीय अधिकारियों को दी जा चुकी है. इतना ही नहीं समान सप्लाई करने वाली एजेंसी को भी सूचित किया जा चुका है. सुनीता का कहना है कि अगर समय रहते मशीन ठीक हो जाती तो मरीजों का आसानी से जांच हो पाता.

सदर अस्पताल के सिविल सर्जन नागेश्वर मांझी ने बताया कि अस्पताल के लेबर रूम, ओडी रूम, जनरल रूम, जनरल ओटी, एसएनसीयू और इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी और आईपीडी में ईसीजी के 10 मशीन लगे हैं. इसके अतिरिक्त पांच मशीनें अस्पताल में हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में पहुंचे मरीजों की हृदय से संबंधित जांच होती है. उसी के आधार पर उनका इलाज शुरू होता है.

ठंड के महीने में बुजुर्गों को हृदय की समस्या ज्यादा रहती है, जिसके कारण अस्पताल में ईसीजी मशीन की संख्या अधिक है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में लगी मशीन के खराब होने और कुछ मशीनों में पेपर नहीं होने की जानकारी उन्हें नहीं है. सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में पेपर मौजूद है. जल्द ही सभी मशीनों में पेपर लगाया जाएगा और खराब मशीनों को बनाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: ठंड का असर-बीमारी का घर, ऐसे मौसम में इस मच्छर से रहें सावधान!

ये भी पढ़ें: हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल की फायर फाइटिंग सर्विस फेल, आग लगी तो कैसे बचेगी मरीजों की जान

खूंटी: जिले के सदर अस्पताल में लंबे समय से ईसीजी (इलेक्ट्रो कार्डियो ग्राफी) मशीन खराब है. जिस पर प्रशासन द्वारा अब तक कोई पहल नहीं की गई है. अस्पताल में कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई है. मरीजों को अस्पताल से बाहर जाकर यह ईसीजी करवानी पड़ रही है.

दरअसल, सदर अस्पताल के एमसीएच बिल्डिंग में 10 ईसीजी मशीन लगी हुई है. जिसमें पांच मशीन अलग से है ताकि खराब होने की स्थिति में वैकल्पिक पांच मशीन से मरीजों के दिल की स्कैनिंग हो सके, लेकिन पिछले एक सप्ताह से अस्पताल की ईसीजी मशीन खराब पड़ी है. कुछ मशीनों का इस्तेमाल पेपर नहीं होने के कारण नहीं हो पा रहा है.

जानकारी देते सिविल सर्जन (ETV BHARAT)

सदर अस्पताल के इंचार्ज सुनीता गुड़िया ने बताया कि अस्पताल परिसर में लगे मशीनों के खराब होने की जानकारी अस्पताल के वरीय अधिकारियों को दी जा चुकी है. इतना ही नहीं समान सप्लाई करने वाली एजेंसी को भी सूचित किया जा चुका है. सुनीता का कहना है कि अगर समय रहते मशीन ठीक हो जाती तो मरीजों का आसानी से जांच हो पाता.

सदर अस्पताल के सिविल सर्जन नागेश्वर मांझी ने बताया कि अस्पताल के लेबर रूम, ओडी रूम, जनरल रूम, जनरल ओटी, एसएनसीयू और इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी और आईपीडी में ईसीजी के 10 मशीन लगे हैं. इसके अतिरिक्त पांच मशीनें अस्पताल में हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में पहुंचे मरीजों की हृदय से संबंधित जांच होती है. उसी के आधार पर उनका इलाज शुरू होता है.

ठंड के महीने में बुजुर्गों को हृदय की समस्या ज्यादा रहती है, जिसके कारण अस्पताल में ईसीजी मशीन की संख्या अधिक है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में लगी मशीन के खराब होने और कुछ मशीनों में पेपर नहीं होने की जानकारी उन्हें नहीं है. सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में पेपर मौजूद है. जल्द ही सभी मशीनों में पेपर लगाया जाएगा और खराब मशीनों को बनाया जाएगा.

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