रांचीः मिशनरी संस्थाओं द्वारा जमीन खरीद से जुड़े 3 बड़े मामलों की जांच का जिम्मा अब सीआईडी को दे दिया गया है. सीआईडी ने तीनों केस को टेकओवर कर लिया है. तीनों केस को टेकओवर करने का निर्देश सीआईडी डीजे अनुराग गुप्ता ने दिया था. रांची आर्च डायसिस और द कैथोलिक बिशप कांफ्रेंस ऑफ इंडिया की जमीन खरीद से जुड़े 3 मामले लोअर बाजार, रातू और कोतवाली थाने में दर्ज है.
विदेशी फंड का दुरुपयोग का है मामला
विदेशी फंड का दुरुपयोग कर मिशनरी संस्थाओं द्वारा जमीन खरीद से जुड़े मामले की जांच सीआईडी ने शुरू कर दी है. केस का अनुसंधान एटीएस के इंस्पेक्टर राकेश गुप्ता करेंगे. वहीं, सुपरविजन की जिम्मेदारी डीएसपी रंजीत कुमार लकड़ा को दी गई है. पहले के जांच में यह भी सामने आया था कि खूंटी और रातू की जमीन खरीदने में सेल डीड और भुगतान की राशि में करोड़ों का अंतर है. ऐसे में पूरे मामले को विदेशी फंड के जरिए दुरुपयोग का मामला माना जा रहा है. जमीन खरीद में ठगी को लेकर दर्ज एफआइआर की राशि और सेल डीड में अंतर को सरकारी राजस्व छिपाने का मामला भी सीआईडी मान रहा है. सीआईडी ने तीनों मामले टेक ओवर करने से पहले पुलिस मुख्यालय के आदेश पर प्राथमिक अनुसंधान किया था. इसमें गड़बड़ी मिलने के बाद सीआईडी एडीजी ने तीनों केस को पूरी तरह से अब टेकओवर कर लिया है.
फर्जी कागजात बनाकर जमीन खरीदने का आरोप
रांची आर्च डायसिस के पुरोहित इग्नेश ने दो सेल डीड के जरिए रांची के रातू में 2.99 एकड़ जमीन खरीदी थी. इसमें रातू के रहने वाले बुधराम उरांव ने एफआईआर दर्ज कराई थी. बुधराम का आरोप था कि इग्नेश ने जमीन दलालों के साथ मिलकर फर्जी कागजात के जरिए जमीन की रजिस्ट्री करवाई है. मामले को लेकर सीआईडी के जांच के घेरे में कई सरकारी कर्मचारी और जमीन दलाल भी हैं.
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सीएनटी का उल्लंघन कर खरीदी गई जमीन
रांची जिला के कांके में बिलिभर्स चर्च ऑफ इंडिया ने कोंगे गांव में 11.33 डिसमिल जमीन खरीदी है. केरल राज्य से जुड़ी इस संस्था ने सीएनटी का उल्लंघन करते हुए जमीन की खरीद की. जिसमें चर्च का निर्माण किया जा रहा है.