रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन गुरुवार को भी राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा. गुरुवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बीजेपी के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, विधायक शशिभूषण मेहता समेत कई विधायक गेरुआ कपड़े पहनकर सदन में पहुंचे और नारेबाजी की. इस पर राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि ये बहरूपिये हैं.
'इनके मुंह में राम और बगल में छूरी': मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि इन लोगों को राज्य की जनता से कोई लेना-देना नहीं है. अपने इसी आचरण से ये जनता को गुमराह करते हैं और राज्य को पिछड़ेपन की ओर ले गए हैं. राज्य के सभी वर्ग के लोगों को दिग्भ्रमित करते हैं और इस तरह से ये अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का काम करते हैं. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री ने कहा कि इनके मुंह में राम और बगल में छूरी है. ये इसी आचरण के लोग हैं, इन पर ये कहावत चरितार्थ होती है. झारखंडी हित और अधिकार से इनका दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है.
बीजेपी विधायक का पलटवार: बहरूपिया बुलाए जाने पर विधायक शशिभूषण मेहता ने भी मंत्री पर पलटवार किया और कहा कि आने वाले दिनों में वे भी गेरुआ वस्त्र धारण करेंगे. शशिभूषण मेहता ने पूछा कि जो लोग इस उम्र में नकली बाल बड़े करवा रहे हैं वे बहुरूपिया हैं या हम? उन्होंने कहा कि देर-सबेर मिथिलेश ठाकुर को बीजेपी की शरण में आना ही पड़ेगा, वे बीजेपी के संपर्क में हैं, इसलिए ऐसे बयान न दें. उन्होंने कहा कि इन लोगों को सत्ता का नशा हो गया है, इसलिए कुछ भी बोले जा रहे हैं.
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