रांची: झारखंड में कोरोना के बढ़ रहे केस को देखते हुए मिनी लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इसी के साथ झारखंड में पाबंदी का दौर लौट आया है. सरकारी गैरसरकारी कार्यालयों में मंगलवार से कामकाज की व्यवस्था बदल दी गई है. अब दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ कामकाज शुरू किया जा रहा है.
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इससे पहले सोमवार को राज्य सरकार ने कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के खतरे को देखते हुए पाबंदियों का ऐलान किया था. सरकार के इस फैसले के बाद सरकारी दफ्तरों में मंगलवार को रोस्टर के तहत कामकाज किया जा रहा है. सरकार के फैसले के बाद विभिन्न विभागों ने अलग अलग निर्देश जारी कर रोस्टर से ड्यूटी लगाने का निर्णय लिया है. नेपाल हाउस स्थित राज्य सरकार के सचिवालय में कर्मचारियों की संख्या काफी कम दिखी.
कोरोना की तीसरी लहर ने लोगों को किया परेशान
बता दें कि राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में सोमवार को 1481 कोरोना संक्रमित मिले हैं. पिछले एक सप्ताह के अंदर झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या दस गुना बढ़ी है. इसमें राज्य सरकार के कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में बैंक स्टाफ शामिल हैं. राज्य सरकार ने तेजी से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए मंगलवार यानी 4 जनवरी से मिनी लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इसके तहत कई पाबंदी लगाई गई है, जिससे कोरोना पर काबू पाया जा सके.
शैक्षणिक संस्थान बंद
सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक शैक्षणिक संस्थान से लेकर पार्क और जिमखाना तक को बंद करने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा सर्वाधिक संक्रमित इलाकों में स्वच्छता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. सचिवालय में फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंगलवार को छिड़काव किया गया.
थर्मल स्कैनिंग
सचिवालय में प्रवेश करने वाले हरेक व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग के साथ साथ मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग कराया गया. सरकारी दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ कामकाज हुआ. सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखकर कुर्सी का अरेंजमेंट किया गया है, जिससे संक्रमण ना फैले.