रांची: मेयर आशा लकड़ा ने हेमंत सरकार पर रांची स्मार्ट सिटी को बर्बाद करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारी भी राज्य सरकार के दबाव में आकर स्मार्ट सिटी की पॉलिसी और प्लानिंग में छेड़छाड़ करने की तैयारी कर चुके हैं. मेयर ने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पावर स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई. जिसमे हेमंत सरकार की मंशा और स्वार्थ की राजनीति स्पष्ट हो चुकी है. इसको लेकर मेयर ने मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है.
मेयर ने कहा कि स्मार्ट सिटी की योजना को रघुवर सरकार में ही मूर्त रूप दिया जा चुका है. केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी की योजना शहर वासियों के लिए बनाई है. सचिवालय या मंत्रियों का बंगला बनाने के लिए यह योजना नहीं है. रघुवर सरकार के कार्यकाल में स्मार्ट सिटी क्षेत्र में कन्वेंशन सेंटर और स्किल डेवलपमेंट पार्क के निर्माण की तैयारी की गई थी. लेकिन, अब हेमंत सरकार ने कन्वेंशन सेंटर की जगह सचिवालय और स्किल डेवलपमेंट पार्क के लिए आवंटित प्लॉट पर मंत्रियों का आलीशान बंगला बनाने की योजना तैयार की है.
यह भी पढ़ें: कृषि कानून के विरोध में संथाल से होगा आंदोलन का आगाज, ट्रैक्टर रैली निकालेगी कांग्रेस
जनहित की जगह अपना हित साध रही हेमंत सरकार
आशा लकड़ा ने कहा कि स्मार्ट सिटी की योजना को आम जनता से लिए गए फीडबैक के आधार पर पहले ही मूर्त रूप दिया जा चुका है. अब इस योजना में छेड़छाड़ कर हेमंत सरकार जनहित की जगह अपना हित साधने की कोशिश कर रही है. कन्वेंशन सेंटर और स्किल डेवलपमेंट पार्क, ये दोनों योजनाएं पब्लिक के लिए हैं. उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि संबंधित प्लॉट पर सचिवालय और मंत्रियों के आवास से संबंधित प्रस्ताव को रद्द कर पूर्व निर्धारित प्लानिंग के आधार पर ही स्मार्ट सिटी की योजना की तैयारी की जाए. स्मार्ट सिटी क्षेत्र में पब्लिक और सेमी पब्लिक के लिए मात्र आठ प्रतिशत, 54.60 एकड़ जमीन ही निर्धारित की गई है.