रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 28 मई से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करने को लेकर राज्य के तमाम जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है. इसी कड़ी में मंगलवार को रांची जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक आयोजित की गई और उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन केंद्रों से जुड़े तमाम शिक्षकों को विशेष दिशा निर्देश दिये गये.
उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन
शिक्षा विभाग की ओर से निर्देश मिलने के साथ ही जैक की ओर से भी 28 मई से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर तमाम तरह की तैयारियां की जा रही हैं. कोविड-19 को लेकर जारी तमाम निर्देशों का पालन करते हुए राज्य के तमाम उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन केंद्रों के मूल्यांकन से जुड़े पदाधिकारियों के साथ विशेष रूप से कई मुद्दों को लेकर चर्चा की गई. रांची में कुल 13 केंद्र बनाए गए हैं और इनके जरिए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा. इन तमाम केंद्रों पर परीक्षकों के लिए कोरोना के मद्देनजर सेनेटाइजर और फेस मास्क उपलब्ध कराया गया है.
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सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान
परीक्षक रोजाना काम शुरू करने, काम के बीच में और अंत में अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सेनेटाइजर का उपयोग करेंगे, साथ ही कोरोना वायरस से जुड़े तमाम एहतिहातन निर्देशों का पालन भी इन परीक्षा केंद्रों पर किया जाएगा. तमाम परीक्षा केंद्रों पर हाथ धोने के लिए साबुन और पानी की व्यवस्था की गई है. रोजाना परीक्षा केंद्रों के कमरों की साफ-सफाई समुचित तरीके से करने को लेकर तैयारी है. इन परीक्षा केंद्रों पर कोरोना वायरस महामारी के बचाव को लेकर तमाम तरह के सुरक्षात्मक कदम उठाए जाने की बात संबंधित पदाधिकारियों ने कही है.
मैट्रिक और इंटरमीडिएट में 6 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है. वह अपने परीक्षा परिणाम को लेकर इंतजार में हैं. जैक की ओर से कहा गया है कि 15 से 20 दिनों के अंदर तमाम उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर लिया जाएगा और उसके बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा.