रांची: इस साल 22 अक्टूबर को धनतेरस (Dhanteras 2022), 24 अक्टूबर को दीपावली और 30-31 अक्टूबर को लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा है. त्योहार के इस सीजन में राजधानी रांची के बर्तन और पीतल की मूर्ति के बाजार पूरी तरह सज गए हैं (Markets in Ranchi). रांची चर्च रोड बाजार में बर्तन और मूर्ति 400 रुपए से लेकर 8000 रुपए तक उपलब्ध हैं. वहीं पीतल का उल्लू 800 रुपए से लेकर 3000 तक, घंटी 100 रुपए से लेकर ₹800 रुपए तक में उपलब्ध है.
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इस बार बर्तन और पीतल मूर्ति बाजार में भी महंगाई की मार: पिछले दो सालों तक ग्लोबल पेंडेमिक कोरोना की वजह से बाजार की स्थिति खराब रही है. वहीं इस बार जब बाजार कोरोना के प्रभाव से मुक्त हुआ है तो महंगाई की मार ने बाजार को प्रभावित कर रखा है. आइए! नजर डालें पीतल की घंटी, थाली और पीतल की मूर्तियों की कीमत पर:
पीतल की घंटी | 650 रुपए/किलो |
पीतल की थाली | 700-1200 रुपए/किलो |
पीतल के लक्ष्मी गणेश | 400-8000 रुपए |
स्टील के बर्तन | 280-290 रुपए/किलो |
एल्युमीनियम | 330-340 रुपए/किलो |
इस साल बढ़े हैं दाम: राजधानी के चर्च रोड के बर्तन और पीतल मूर्ति दुकानदार संजय कुमार ईटीवी भारत से कहते हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पीतल के दाम 40 से 80 रुपये किलो बढ़ गया है. स्टील के दाम में 30 से 40 रुपये किलो और एल्युमिनियम के दाम भी 40-50 रुपये प्रति किलो पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा हैं. त्योहार को लेकर खरीददार, बर्तन और मूर्ति बाजार में पहुंच तो रहे हैं लेकिन, महंगाई की वजह से मनपसंद समान नहीं ले पा रहे हैं.
आनेवाले दिनों में बाजार अच्छा होने की है उम्मीद: रांची के बर्तन दुकानदार प्रेमनाथ प्रसाद कहते हैं कि अभी तो बाजार में रौनक नहीं है लेकिन, उम्मीद है कि धीरे-धीरे बाजार में ग्राहक आएंगे और इस साल अच्छी बिक्री होगी. राजधानी के बाजार में धीरे धीरे धनतेरस और दीवाली का माहौल दिखना शुरू हुआ है. मालूम हो अभी पुराने व हर समय रहने वाले बर्तन बाजार और मेटल मूर्ति की दुकान में लोग पहुंच रहे हैं. आनेवाले दिनों में जैसे धनतेरस करीब आएगा, सैकड़ों की संख्या में अस्थायी बर्तन दुकान भी खुल जाएंगे. वहां भी लोग बर्तन की खरीददारी कर सकेंगे.