रांची: भाकपा माओवादियों ने अपने चार साथियों के मुठभेड़ में मारे जाने के विरोध में बंद का ऐलान किया है. 16 मार्च को गया के डुमरिया में सीआरपीएफ और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में जोनल कमांडर टुनटुन सिंह, सबजोनल कमांडर शिवपूजन, सीता भूईयां और उदय पासवान मारे गए थे. शिवपूजन और सीता झारखंड में भी इनामी थे. भाकपा माओवादियों ने चार कमांडरों की मौत के बदले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का ऐलान करते हुए 24 और 25 मार्च को दक्षिणी बिहार और पश्चिमी झारखंड में बंद बुलाया है.
इसे भी पढे़ं: छत्तीसगढ़: नक्सलियों ने जवानों से भरी बस को बम से उड़ाया, 3 जवान शहीद
जहर देकर मारने का आरोप
बंद को लेकर जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति में माओवादियों ने लिखा है कि एक सुनियोजित साजिश के तहत उनके साथियों को पहले जहर देकर मारा गया और फिर उन्हें गोली मार दी गई, बाद में इसे इनकाउंटर दिखाया गया, संगठन इस घटना की कड़ी निंदा करती है.
पुलिस मुख्यालय बरत रहा एहतियात
माओवादी बंदी के मद्देनजर राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को विशेष ऐहतियात बरतने का आदेश दिया है. पुलिस मुख्यालय ने नक्सल प्रभाव वाले इलाकों में रोड ओपन पेट्रोलिंग करने और सतकर्ता बरतने का निर्देश जिलों के एसपी को दिया है.