गढ़वा: जिले में मुआवजा को लेकर ग्रामीण उग्र हो रहे हैं. जिले के रंका-रमकंडा रोड पर मुआवजा नहीं मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश है. इस स्थिति में सड़क निर्माण कार्य को रोकने के लिए ग्रामीण सड़कों पर ही अतिक्रमण कर रहे हैं. जिसको लेकर कई जगह पर विभाग के लोगों को विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य को रोका
गढ़वा जिले के रंका-रमकंडा सड़क का पथ निर्माण विभाग की ओर से करीब 65 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण निर्माण के मामले में ग्रामीण लगातर उग्र हो रहे हैं. पहले मुआवजा फिर काम को लेकर ग्रामीण, सड़क कार्य में बाधा बन रहे हैं. रमकंडा रोड में केरवा गांव के रैयतों ने तो सड़क निर्माण के दौरान बीच सड़क पर ही खूंटा गाड़ दिया और सड़क निर्माण को बाधित कर दिया है. जिसके बाद निर्माण कार्य कर रही कंपनी के लोगों ने इसकी सूचना विभाग को दी और विभाग द्वारा डीसी को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है.
वहीं तेहाड़ा के ग्रामीणों ने भी तीसरी बार सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया है. इससे पहले भी निर्माण कार्य पर ग्रामीणों ने विराम लगा दिया था. भुइयां परिवारों की जमीन पर सड़क निर्माण शुरू होते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गये और वाहनों के साथ निर्माण कार्य करने पहुंचे कर्मियों को खदेड़ दिया.
सूचना पर इस मामले में हस्तक्षेप करने पहुंची रमकंडा पुलिस को भी विरोध का सामना करना पड़ा. जिसके बाद निर्माण कार्य को बंद कर दिया गया. जानकारी के अनुसार रमकंडा के तेहाड़ा गांव में सर्वे पर रास्ता नहीं होने बावजूद भुइयां परिवारों की जमीन पर विभाग ने कुछ वर्ष पूर्व चौड़ीकरण कर सड़क बना दी थी. अब जब दोबारा सड़क के चौड़ीकरण करने की बारी आई तो भुईयां परिवार सड़क में गई अपनी जमीन के मुआवजा की मांग पर अड़े हुए हैं.
उपायुक्त सहित एसडीएम और सीओ को विभाग ने लिखा पत्र
कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार ने कहा कि रंका-रमकंडा रोड की जांच में गया था. इसी बीच रमकंडा के केरवा गांव के पास कुछ लोगों ने सरकारी सड़क के बीचों बीच खूंटा गाड़ दिया है. जिसके बाद उपायुक्त को इसकी सूचना देते हुए रंका एसडीएम और सीओ को भी पत्र लिखा है. इस मसले पर संवेदक से भी कहा है कि कोई समस्या आती है तो आप हमें लिखित रूप में सूचित करें हम कारवाई के लिए कोशिश करेंगे.
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