लातेहार: लातेहार का ततहा कुंड प्रकृति का अनूठा उपहार है. यहां एक साथ ठंडे और गर्म पानी का कुंड स्थित है. एक कुंड का पानी इतना गर्म है कि उसमें अंडा उबाला जा सकता है, जबकि उसके ठीक बगल का पानी बर्फ से भी ठंडा है. यहां बड़ी संख्या में लोग स्नान करने आते हैं.
दरअसल, प्रकृति ने लातेहार जिले को कई उपहार दिए हैं. ततहा कुंड भी उन्हीं उपहारों में से एक है. इस कुंड की खासियत यह है कि यहां ठंडा और गर्म पानी एक साथ मिलता है. यही वजह है कि लोग इसे प्रकृति का गीजर भी कहते हैं. यह कुंड जाराम गांव के पास बहने वाली पहाड़ी नदी में स्थित है. ततहा के नाम से प्रसिद्ध इस स्थान पर नदी में कई कुंड हैं जहां पानी उबलता रहता है.
नदी के बीच में करीब 12 से 14 ऐसे कुंड हैं जहां पानी काफी गर्म है. लेकिन कुंड के ठीक बगल का पानी बर्फ से भी ठंडा है. यही वजह है कि लोग दूर-दूर से यहां आते हैं और गर्म और ठंडे पानी का एक साथ आनंद लेते हैं.
औषधीय गुणों का संगम है यह कुंड
स्थानीय लोगों की मानें तो इस कुंड के पानी में औषधीय गुण पाए जाते हैं. जिससे त्वचा संबंधी रोग ठीक होते हैं. यहां के औषधीय गुणों के कारण लोग दूर-दूर से यहां आते हैं. गढ़वा से आए उज्ज्वल चौरसिया ने बताया कि वे लोगों से इस जगह के बारे में सुनकर यहां आए हैं. यहां गर्म और ठंडा पानी एक साथ मिलता है, यह अपने आप में अनूठी बात है.
मुकेश यादव ने बताया कि यहां का पानी त्वचा संबंधी रोगों को ठीक करने में भी उपयोगी है. उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार इस जगह पर सल्फर की मौजूदगी के कारण यहां का पानी गर्म रहता है.
"कुंड के नीचे सल्फर की मात्रा अधिक रहने के कारण वहां का पानी गर्म रहता है. सल्फर के माध्यम से त्वचा संबंधित कई बीमारियों का इलाज होता है. पूर्व के दिनों में भी लोग शरीर में खाज खुजली या फोड़ा फुंसी होने के बाद सल्फर के माध्यम से ही अपना इलाज करते थे. इसी कारण यहां के पानी में स्नान करने से त्वचा संबंधित बीमारियों में राहत मिलती होगी." - डॉक्टर अवधेश सिंह, सिविल सर्जन लातेहार
मनोहर रजक ने बताया कि उन्होंने कई लोगों से ततहा के बारे में सुना था. आज जब मैं यहां आया तो यहां का नजारा देखकर मन प्रसन्न हो गया. उन्होंने बताया कि यहां गर्म और ठंडे पानी के अलग-अलग कुंड हैं. पप्पू कुमार ने बताया कि वे लोग अक्सर यहां पिकनिक मनाने आते हैं.
गर्म पानी में मिलाया जाता है ठंडा पानी
यहां आपको बता दें कि यहां के कुंड का पानी इतना गर्म होता है कि कुंड में नहाने आने वाले लोग गर्म पानी में ठंडा पानी मिला देते हैं. स्नान करने से पहले लोग कुंड के गर्म पानी को फेंक देते हैं और फिर उसमें ठंडा पानी डालते हैं, जिसके बाद पानी नहाने लायक गर्म हो जाता है.
"कुंड के पास जहां सल्फर की मात्रा अधिक होती है वहां का पानी अधिक गर्म होता है. वहां के पानी का सैंपल लेकर जांच करने के बाद ही पता चल पाएगा कि वहां सल्फर की मात्रा कितनी अधिक है." - दीपक महतो, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, लातेहार
पर्यटन के क्षेत्र में भी हो सकता है विकास
आपको बता दें कि इस क्षेत्र को पर्यटन के क्षेत्र में काफी विकसित किया जा सकता है. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है. कुंड के पास न तो कोई सुविधा है और न ही यहां पहुंचने का कोई बेहतर रास्ता है. ततहा कुंड लातेहार जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह सदर प्रखंड के पोचरा पंचायत के जाराम गांव में स्थित है. यहां पहुंचने के लिए ग्रामीणों को सुकरी नदी पार करनी पड़ती है. यदि ततहा कुंड के आसपास के क्षेत्र को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित किया जाए तो यह क्षेत्र पर्यटन हब के रूप में विकसित हो सकता है.
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