रांची: राजधानी में हर दिन साइबर क्राइम से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं. मंगलवार को भी रांची में आधे दर्जन से अधिक साइबर क्राइम के मामले सामने आए हैं, जिसमें 10 हजार से लेकर 6 लाख तक लोगों के पैसे साइबर अपराधियों ने गायब कर दिए.
पहला मामला
एटीएम क्लोन का एक और मामला सामने आया है. इस बार साइबर ठगों ने रांची में पदस्थापित होंडा कंपनी के ब्रांच मैनेजर रवि प्रकाश को अपना शिकार बनाया. एटीएम क्लोन कर ठगों ने उनके 50 हजार रुपए की निकासी कर ली है. ठगों ने राशि की निकासी यूपी के गाजियाबाद से की है. इस संबंध में ब्रांच मैनेजर रवि प्रकाश ने अरगोड़ा थाने में साइबर ठग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है.
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रवि प्रकाश ने पुलिस को बताया कि वह हजारीबाग के बरही का रहने वाला है और रांची में रहकर होंडा कंपनी में कार्यरत है. मंगलवार की सुबह उनके मोबाइल पर पांच बार राशि निकासी का मैसेज आया. ठग ने प्रत्येक बार में 10 हजार रुपए की निकासी की. मैसेज आने के बाद रवि ने बैंक को फोन कर खाता ब्लॉक करवाया. इसके कुछ देर बाद साइबर ठग ने खुद से ब्रांच मैनेजर को फोन किया. उसके साथ गाली-गलौज करने लगा. इसके बाद उसने फोन काट दिया.
मॉल में एटीएम कार्ड क्लोन होने की आशंका
रवि ने बताया कि वह कई मॉल और अन्य जगहों पर कार्ड से राशि का भुगतान करते हैं. उन्होंने आशंका जताई है कि किसी मॉल में उनके एटीएम कार्ड का क्लोन किया गया होगा. इसके बाद ही राशि की निकासी हुई. उन्होंने यह भी बताया कि वह न तो एटीएम कार्ड किसी को दिए हैं और न ही उसका नंबर ही किसी को बताए हैं.
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दूसरा मामला
चुटिया में एटीएम ब्लॉक करवाने के बाद भी एक लाख रुपये की अवैध निकासी का मामला सामने आया है. इसे लेकर चुटिया कृष्णापुरी निवासी विजय कृष्ण झा ने चुटिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि बीते 26 सितंबर को उनके खाते से पांच हजार की निकासी संबंधित मैसेज मिला. मैसेज मिलने के बाद वे अपने बैंक शाखा पहुंचे, इसके बाद एटीएम ब्लॉक करवाया. एटीएम ब्लॉक कर लौटने के बाद 29 सितंबर को उनके खाते से अलग-अलग खातों से एक लाख चार हजार रुपये की निकासी कर ली गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
तीसरा मामला
रांची के नामकुम थाना में दोगुना कमाई का झांसे देकर छह लाख की ठगी किए जाने की एफआइआर दर्ज की गई है. एफआईआर नामकुम के सामलौंग निवासी भरोसनी टोप्पो ने दर्ज कराई है. भरोसनी ने पुलिस को बताया है कि सिटी सेंटर स्थित मल्टीनेशनल कंपनी के कार्यालय में संपर्क की थी. कंपनी ने दोगुना कमाई का झांसा देकर छह लाख रुपये इंवेस्ट करवाया. इसके बाद वर्ष 2015 में कंपनी फरार हो गई. कंपनी के निदेशक जावेद अंसारी और वसीम अंसारी ने मिलकर दर्जनों लोगों को चूना लगाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार कंपनी के फरार होने के बाद पहले भी एक केस दर्ज करवाया गया था. उस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी.