रांची: जनवरी 2023 के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण हुआ. रांची में पीएम मोदी की मन की बात सुनने के बाद झारखंड भाजपा के संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि पीएम की मन की बात बदलते भारत की तस्वीर बयां करने वाली है. दरअसल, मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने इस साल मनाए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष और मोटे अनाजों का जिक्र किया है. पीएम ने बताया कि कैसे यह बेहतर स्वास्थ्य के साथ-साथ किसानों के लिए भी फायदेमंद हैं.
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बदलती तस्वीर को बयां कर रही है पीएम के मन की बात-संगठन मंत्री: रांची में भाजपा के पदाधिकारियों के साथ झारखंड भाजपा के संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह ने भी पीएम नरेंद्र मोदी की मन की बात सुनी. कार्यक्रम के बाद संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि पीएम की मन की बात जमीन से लेकर आकाश, पूर्व से लेकर पश्चिम, उत्तर से लेकर दक्षिण तक सारे समाज को जोड़ने वाली रही. उन्होंने जनजातीय समाज की महत्ता बतायी तो मोटे अनाज की खेती से कैसे हमारे किसान खुशहाल होंगे, इसका भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर पीएम मोदी की मन की बात, बदलते भारत की तस्वीर बयां करने वाली और देशवासियों को और बेहतर करने की प्रेरणा देने वाली भी रही.
मोटे अनाजों के बारे में पीएम ने क्या कहा: पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में मोटे अनाजों जैसे ज्वार, बाजरा, मरुआ आदि का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह लोगों ने व्यापक स्तर पर सक्रिय भागीदारी करके योग और फिट्नेस को अपने जीवन का हिस्सा बनाया है. ठीक उसी तरह मिलेट्स को भी लोग बड़े पैमाने पर अपना रहे हैं. मिलेट्स को अपने खानपान का हिस्सा बना रहे हैं. कई प्रगतिशील किसान और पढ़े लिखे युवाओं द्वारा नौकरी छोड़कर मिलेट्स की खेती में बेहतर करने का जिक्र प्रधानमंत्री ने किया और कहा कि मोटे अनाज की खेती ना सिर्फ किसानों को स्वस्थ रखेगा, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाएगा क्योंकि इसका बाजार मूल्य सामान्य फसलों से काफी ज्यादा है. इस दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश के नांदयाल जिले के केवी रामा सुब्बा रेड्डी और महाराष्ट्र में अलीबाग के पास केनाड गांव की रहने वाली शर्मीला ओसवाल का भी जिक्र किया.
G-20 में शामिल होते हैं मिलेट्स के व्यंजन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि आज देश के कोने-कोने में G-20 की समिट लगातार चल रही है और खुशी है कि देश के हर कोने में जहां भी G-20 की समिट हो रही है, मिलेट्स से बने पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन उसमें शामिल होते हैं. यह प्रयास और दुनिया में बढ़ने वाली मिलेट्स की डिमांड हमारे छोटे किसानों को कितनी ताकत देने वाली है.
झारखंड के जानुम सिंह सोय का भी जिक्र: अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 और मोटे अनाज की महत्ता के अलावा पीएम ने साल 2023 के पहले मन की बात कार्यक्रम में जनजातीय समुदाय की पद्म पुरस्कारों में बढ़ते प्रतिनिधित्व, कश्मीर के मौसम और वहां के बदलते माहौल, G-20 की अध्यक्षता मिलने से देशभर में इसकी चर्चा और उत्साह का जिक्र किया. उन्होंने हो भाषा के लिए काम करने वाले झारखंड के जानुम सिंह सोय, धानीराम टोटो, बी. रामकृष्ण रेड्डी सहित कई नामों का जिक्र भी मन की बात में किया.