रांची: झारखंड में एक ओर जहां कांग्रेस पार्टी काफी मुखर होकर अपने नेता राहुल गांधी के उठाए सवालों को आम जन तक पहुंचा रही है, तो दूसरी ओर झारखंड कांग्रेस में गुटबाजी भी चरम पर है. अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निलंबित पूर्व प्रदेश महासचिव राजेश गुप्ता, आलोक दुबे, डेलीगेट्स मेंबर रहे लाल किशोर नाथ शाहदेव, रमेश उरांव जैसे कई नेता 20 अप्रैल को बापू वाटिका के समक्ष धरना देंगे और प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष को पदमुक्त करने की मांग आला कमान से करेंगे. हैरत की बात यह है कि अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निलंबित नाराज खेमा के नेताओं ने धरना के लिए जो बैनर बनवाया है, उसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तस्वीर लगी है. इतना ही नहीं राज्य के वित्त मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव की तस्वीर भी बैनर और फ्लेक्स में है.
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नाराज गुट के निशाने पर प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर: रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका के समक्ष गुरुवार को होने वाले धरना और सत्याग्रह कार्यक्रम की जानकारी निलंबित कांग्रेसी नेता आलोक दुबे ने दी. उन्होंने कहा कि हम लोग प्रदेश कांग्रेस को बचाने के लिए बापू वाटिका के समक्ष धरना पर बैठेंगे. आलोक दुबे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी की जागीर नहीं है. यह विचारों की अभिव्यक्ति और सबको साथ लेकर चलने की पार्टी है. उन्होंने कहा कि एक ओर हमारे नेता राहुल गांधी ने देश जोड़ने के लिए चार हजार किलोमीटर की पदयात्रा की तो दूसरी ओर झारखंड में पार्टी को तोड़ने और कमजोर करने की साजिश रची जा रही है. पार्टी के समर्पित नेताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष का हर निर्णय विवादित होता है. ऐसे में बापू वाटिका में प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष को पदमुक्त करने की मांग को लेकर धरना देंगे. उन्होंने कहा कि आज जो भी निर्णय हो रहे हैं, उससे कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता दुखी है. जयभारत सत्याग्रह के नाम पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी ने सिर्फ अपनी चरण वंदना करवाई है.
जिन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई हो चुकी है, वह कुछ भी करने को स्वतंत्र- राकेश सिन्हा: वहीं कांग्रेस के नाराज गुट द्वारा प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को पदमुक्त करने की मांग को लेकर होने वाले महाधरना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि जिन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो चुकी है, वह कुछ भी करने को स्वतंत्र हैं. हालांकि, महाधरना के बैनर में बड़े नेताओं, वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मंत्री रामेश्वर उरांव की तस्वीर का इस्तेमाल और आयोजक में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी लिखे होने के सवाल पर राकेश सिन्हा ने फिर दोहराया कि जिन पर अनुशासन की कार्रवाई हो चुकी है, वह कुछ भी करें, उसे तवज्जो देने की जरूरत नहीं है.