रांचीः होली को हर कोई अपने अंदाज में मनाता है. आम हो या खास सब पर होली की खुमारी छाई रहती है. राजनेताओं की होली भी निराली मानी जाती है. इसके पीछे की मुख्य वजह इसी बहाने होने वाली राजनीति और जनता के साथ जुड़ाव को माना जाता है.
इस बार भी होली का उत्साह इन राजनेताओं पर सिर चढ़कर बोल रहा है. पिछले एक सप्ताह से होली मिलन समारोह में शिरकत करने के बाद ये माननीय विधायक अब अपने अपने आवास पर बुधवार को होली मनाते हुए नजर आयेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची आवास पर परिवार के साथ होली के मौके पर रहेंगे. वहीं राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होली के मौके पर राजभवन में ही रहेंगे.
बीजेपी सांसद संजय सेठ होली से पहले ही होलियाना मूड में हैं और मंगलवार को होली मिलन के बहाने जमकर होली खेलते दिखे. रांची विधायक सी पी सिंह अपने आवास पर पारंपरिक रूप से कार्यकर्ताओं के साथ होली मनाएंगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर बोकारो में रंगोत्सव में शामिल होंगे. वहीं संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम पाकुड़ में रहेंगे. स्पीकर रवींद्रनाथ महतो अपने क्षेत्र में होली के मौके पर रहेंगे.
सांसद संजय सेठ पर चढ़ा होली का रंग, होली मिलन में जमकर थिरकेः होली के मौके पर मस्ती का नजारा सांसद संजय सेठ के आवास पर आयोजित होली मिलन के दौरान दिखा. जब रंग परवान चढ़ा तो सांसद संजय सेठ होली के गीतों पर जमकर थिरके. इस दौरान युवकों के द्वारा प्रस्तुत किया गया डांस खासा आकर्षण का केंद्र रहा.
विधायक सी पी सिंह ने इसे राजनीति का एक हिस्सा मानते हुए कहा कि सभी के होठों पर खुशहाली हो इसी की कामना करते हुए जनता के साथ हरवक्त जुड़कर रहता हूं. बाबा दिव्यानंद महाराज कहते हैं कि नेता जनसेवक होते हैं, जनता के सुख-दुख में रहना इनकी मजबूरी रहती है. इसलिए होली जैसे महापर्व जिसमें मास जुड़ा रहता है, उसमें शामिल रहना आवश्यक हो जाता है. उन्होंने कहा कि दुखद बात यह है कि होली जैसे पर्व को भी दूषित करने की साजिश करने की कोशिश की जा रही है.
रांची सांसद संजय सेठ होली को लेकर खासे उत्साहित हैं. अपने आवास पर होली मिलन समारोह के बहाने होली खेलने में मशगूल रहे संजय सेठ कहते हैं कि हम जमकर होली खेलते हैं. हम तो कपड़ा फाड़ होली नहीं खेलते हैं. मगर रंग और पानी वाली होली जरूर खेलते हैं और यही वजह है कि आज जो यह आयोजन हुआ इसमें हमने कोई भी कसर नहीं छोड़ी. होली पर्व ही ऐसा है, जिसमें मस्ती और उमंग भरा रहता है. जिसमें सभी की भागीदारी होती है.