रांचीः राजभवन के समक्ष पंचायत सचिव अभ्यर्थी अपनी 5 सूत्री मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारी पंचायत सचिव अभ्यर्थियों ने सीएम आवास का घेराव करने जा रहे थे, तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की. लेकिन प्रदर्शनकारी जोर-जबरदस्ती करने लगे. इससे पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी.
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पुलिस की लाठीचार्ज से मोरहाबादी मैदान के पास अफरा तफरी मच गई. अभ्यर्थी इधर-उधर भागने लगे. इद दौरान पुलिस ने दर्जनों अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया है. मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी सीएम आवास का घेराव करने जा रहे थे. लेकिन पुलिस ने राजभवन के पास अभ्यर्थियों को रोक दिया. इससे नाजार अभ्यर्थियों ने विरोध शुरू किया. विवाद बढ़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दी और पंचायत सचिव को खदेड़ दिया. हालांकि, पुलिस का आरोप है कि पंचायत सचिव अभ्यर्थियों की ओर से पत्थरबाजी की गई. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. बता दें कि लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने पंचायत सेवकों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की है. उन्होंने एक वीडियो ट्वीट कर कहा है कि पुलिस ने पंचायत सेवकों को चोर उचक्कों की तरह पीटा. पिछले कई दिनों से ये मोराबादी मैदान में अपनी पांच सूत्री मांग को लेकर धरने पर बैठे थे. सरकार ने नहीं सुनी तो शांतिपूर्ण तरीके से राजभवन मार्च कर रहे थे. इन्हें रोकने के लिए हेमंत सरकार की पुलिस ने लाठी से निर्मम पिटाई की और गिरफ्तार किया. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के तानाशाही रवैये की निंदा करते है. रामगढ़ उपचुनाव में वहां की जनता इसका जवाब यूपीए उम्मीदवार को धूल चटा कर देगी.