रांची: वित्तीय वर्ष 2022-23 का 31 मार्च को आखिरी दिन है. इस मौके पर सरकारी खजाने से निकलने वाली राशि पर विशेष नजर रखी जा रही है. वित्त विभाग ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के निर्देशों का हवाला देते हुए सभी जिलों को रात दस बजे तक बैंक खोलने को कहा है. इसके अलावा ट्रेजरी में सभी बिल ऑनलाइन मोड में दोपहर 3 बजे तक ही स्वीकार करने का निर्देश दिया गया है.
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आमतौर पर 31 मार्च के दिन यानी वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन कोषागार में भारी भीड़ देखी जाती रही है, लेकिन ऑनलाइन व्यवस्था होने के कारण इस बार कोषागार में लोगों की कोई खास भीड़ नहीं है. राज्य के सबसे बड़े कोषागार डोरंडा कोषागार का जायजा ईटीवी भारत के संवाददाता ने जब लिया तो कुछ ऐसा ही नजारा दिखा. कोषागार पदाधिकारी डॉ पंकज नारायण ने बताया कि वित्त विभाग के दिशा निर्देश के तहत इस वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन काम काज चल रहा है. जिसमें दोपहर 3 बजे तक जो भी विपत्र कोषागार में आएंगे उसकी जांचोपरांत देर शाम तक भुगतान की प्रक्रिया की जाएगी. एक करोड़ से ज्यादा की राशि काबिल होने पर वित्त विभाग से मौखिक आदेश लेने के पश्चात ही भुगतान हो सकेगा. इसके लिए सरकार की ओर से निर्देश ट्रेजरी को प्राप्त हो चुका है.
सरेंडर होने वाली राशि का देना होगा स्पष्ट कारण: वित्त विभाग ने सभी विभागों को चिट्ठी भेजकर स्पष्ट कर दिया है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में उपवंधित राशि जिसका खर्च इस वित्तीय वर्ष में संभव नहीं है, यदि वे सरेंडर होती हैं तो स्पष्ट कारण विभाग को देना होगा. अगर 31 मार्च तक राशि खर्च या सरेंडर नहीं की गई तो उसे लैप्स माना जाएगा. वित्त विभाग के पत्र के अनुसार सरेंडर के लिए संबंधित फाइल में वित्त विभाग की सहमति आवश्यक नहीं है.
गौरतलब है कि राज्य सरकार के द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2022 -23 में एक लाख एक हजार एक सौ एक करोड़ की बजट है. जिसमें से अब तक करीब 82000 करोड़ से ज्यादा खर्च की सूचना है. इस वित्तीय वर्ष के आखरी दिन सभी कोषागारों में देर रात तक होने वाले भुगतान के बाद उम्मीद की जा रही है कि करीब दो हजार करोड़ के बिलों का भुगतान होगा.