रांची: कोविड-19 के बढ़ते संकट को देखते हुए राज्य के ब्लड बैंकों में रक्त की भारी कमी देखी जा रही है, इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग लोगों से लगातार रक्तदान करने की अपील भी कर रहा है, साथ ही साथ ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर रक्त संग्रहित करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. ब्लड की कमी को लेकर थैलेसीमिया, हिमोफीलिया और सिकल एनीमिया जैसे बीमारियों से ग्रसित मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कोविड-19 में लोग रक्तदान शिविर में रक्तदान करने भी नहीं पहुंच पा रहे हैं.
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में ब्लड की कमी को देखते हुए अस्पताल के जूनियर डॉक्टर आगे आए और रक्तदान कर ब्लड बैंक में रक्त संग्रहित करने का काम किया. रक्तदान करने पहुंचे जूनियर डॉक्टर गौरव कुमार ने बताया कि जिस प्रकार लॉकडाउन के दौरान ब्लड बैंकों में खून की कमी देखी जा रही है, इससे निश्चित रूप से मरीजों को भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इन्हीं सब को देखते हुए रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने रक्तदान शिविर में पहुंचकर रक्तदान किया. वहीं उन्होंने बताया कि रक्तदान कर ब्लड बैंकों में रक्त संग्रहित करना मरीजों की जान बचाने के लिए बेहद जरूरी है.
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वहीं रक्तदान करने पहुंचे डॉक्टर रजनीकांत बताते हैं कि रक्तदान से सिर्फ लोगों का ही मदद नहीं, बल्कि रक्तदान करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य भी सही रहता है क्योंकि समय-समय पर रक्तदान करने से कई एक बीमारियां भी समाप्त हो जाती है. रक्तदान शिविर का शुभारंभ करने पहुंचे कांके के विधायक समरी लाल ने बताया कि जिस प्रकार से कोरोना के संकट में रिम्स के डॉक्टर दिन रात मेहनत कर कोरोना जैसे बीमारी को हराने का काम कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मानवता का परिचय देते हुए यह लोग लाचार मरीजों का मदद करने के लिए रक्तदान कर रहे हैं यह एक मिसाल है.
इस मौके पर विधायक समरी लाल ने कहा कि सरकार डॉक्टरों की हरसंभव मदद को तैयार है. उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है और इस महादान में लोगों को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए, ताकि ब्लड बैंकों में रक्त की कमी को दूर किया जा सके और जरूरतमंद लोगों की जान बचाई जा सके.