रांची: सातवीं से दसवीं जेपीएससी पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का आंदोलन लगातार जारी है. इस दौरान जेपीएससी परीक्षा फल में गड़बड़ी को लेकर छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो, प्रवीण चौधरी, कुणाल प्रताप सिंह ने कहा कि पीटी परीक्षाफल में महाघोटाला हुआ है. सेटिंग गेटिंग से फेल छात्रों को पास करा दिया गया है.
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ऐसा मामला लोहरदगा के क्रमवार उत्तीर्ण होने वाले सेंटर का सामने आया है. वहां कम नंबर लाने वाला छात्र को पास कर दिया गया है. जिसका रोल नंबर 52236888 जो 230 नंबर लाकर अर्थात 115 सवाल बनाकर पास हुआ है. जबकि इससे ज्यादा नंबर लाने वाले फेल हैं. जिसका रोल 52300986 है. जो 272 अंक अर्थात 136 सवाल हल करके फेल है. छात्रों ने कहा कि यह तो एक मात्र उदाहरण है. ऐसे अनेक गड़बड़ी है, दिव्यांगों के लिए आरक्षण, आदिम जनजाति के लिए आरक्षण का पालन नहीं किया गया है. सैनिक कोटा, महिला कोटा का आरक्षण भी नहीं दिया गया है. तीन-तीन सेंटर में क्रमवार छात्र पास हैं. यही सेटिंग गेटिंग के कारण हाई कट ऑफ गया है. आयोग कट ऑफ जारी करेगा तो और गड़बड़ी सामने आयेगा. इसलिए जेपीएससी को रद्द किया जाय.
एक नवंबर से लगातार आंदोलन जारी है. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को जेपीएससी मुख्यालय का घेराव किया गया था. सातवीं से दसवीं जेपीएससी पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत झारखंड के छात्र अपनी जायज मांग को लेकर संवैधानिक तरीके से जेपीएससी मुख्यालय का घेराव के माध्यम से अपना हक अधिकार का मांग कर रहे थे. कार्यक्रम स्थल पर छात्रों के जायज मांग का समर्थन करने और छात्रों का होसला बढ़ाने आये एक शिक्षक के साथ जेपीएससी गेट के पास मौजूद एक महिला पुलिस कर्मी द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए अभद्र व्यवहार किया गया. गाली-गलौज की गई. मारने पीटने और FIR करने की धमकी दी गई.
कार्रवाई की मांग
छात्रों ने हेमंत सोरेन सरकार से मांग किया कि एक महिला पुलिस कर्मी द्वारा अभद्र व्यवहार का मामला गंभीर है. इस घटना से झारखंड के छात्र और शिक्षक असुरक्षित महसूस कर रहें हैं इसीलिए जेपीएससी मुख्यालय गेट के सामने की घटना का जांच किया जाय और तानाशाही रवैया अपनाने वाली वर्दी का रौब दिखाने वाली दोषी महिला पुलिस कर्मी पर कानूनी कार्रवाई के तहत बर्खास्त किया जाय.