रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने सोमवार को पेश किए गए आम बजट को घोर निराशाजनक बताया है. इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे और राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि इस बजट से उपभोक्ता को कोई राहत नहीं मिली है और न ही आयकर में कोई प्रोत्साहन दिया गया है, जिससे आयकरदाता को खर्च योग्य अतिरिक्त आय देने का कोई प्रावधान भी बजट में नहीं है, जिससे देश को भारी निराशा हाथ लगी है.
बैंकों को थी पूंजी की जरूरत
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि आयकर दाताओं और उपभोक्ताओं को इस बजट से भारी निराशा हाथ लगी है. इससे बाजार में मांग को लेकर कोई उत्सुकता नहीं दिख रही है. इस बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है. कोई वित्तीय हस्तांतरण नहीं किया गया और न ही किसी प्रकार के इनकम टैक्स में कोई रिलीफ दी गई है. उन्होंने कहा कि बैंकों को पूंजी की जरूरत थी, ताकि वह लोन देने लायक बने रहें, क्योंकि बैंकों का एनपीए आरबीआई रिपोर्ट के अनुसार, 12 से 13 प्रतिशत तक बढ़ने वाला है और इसके लिए कम से कम 2 लाख करोड़ रुपये का पूंजी कवर चाहिए था, ताकि बैंक लोन दे पाए, क्योंकि ग्रोथ विकास के लिए क्रेडिट को बढ़नी चाहिए थी. यह अभी मात्र 6 प्रतिशत ही है.
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बजट से देशवासियों को लगा गहरा धक्का
वहीं, प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता ने कहा कि कोरोना महामारी जैसी तबाही वाली आपदा जिसमें जीवन, रोजगार, बिजनेस, मजदूरी दिहाड़ी सब छिन गई. देश के गरीब परिवारों के लिए स्वास्थ्य नुकसान के साथ हुए आर्थिक नुकसान झेलने के बाद इस बजट से उम्मीद बंधी थी कि जो मुश्किलें आपदा में आईं थीं, उसका निवारण केंद्रीय वित्त मंत्री का यह बजट करेगा, लेकिन बजट से देशवासियों को गहरा धक्का लगा है.